“बिहार के अन्य जिलों की बात छोड़िए, राजधानी पटना और सीएम के गृह जिले नालंदा में भी लॉक डाउन का असर नहीं दिख रहा है…”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। नोवेल कोरोना वायरस (COVID-19) की चेन को तोड़ने को लेकर बिहार में 31 मार्च तक लॉक डाउन लागू किया गया है।
जनता कर्फ्यू का तो लोगों ने पालन किया, लेकिन लॉक डाउन के पहले दिन आमलोगों ने सरकार के इस आदेश की धज्जी उड़ा दी।
सड़कों पर गाड़ी मोटर दौड़ते रहे। लोग आम दिनों की तरह खरीददारी करने निकले। कोई भी इसको गंभीरता से नहीं ले रहा है। इसको देखते हुए बिहार सरकार ने सख्त कदम उठाये। सरकार ने अब बल प्रयोग का निर्णय ले लिया है।
लॉक डाउन को सफल बनाने को लेकर अब पुलिस बल का प्रयोग किया जाएगा। इस संबंध में मुख्य सचिव और डीजीपी की अध्यक्षता में राज्य के सभी कमिश्नर, डीएम और एसपी के साथ वीडियो कॉफ्रेंसिंग हुई।
मुख्य सचिव-डीजीपी ने सभी डीएम-एसपी को सख्ती बरतने का आदेश दिया है। इसके लिए सभी जिलों में 5 सेल का गठन किया जा रहा है।
स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि लॉक डाउन एक बड़ा विषय है और राज्य के लोगों को भी इसके पूर्व कई जरूरतें पूरी करनी होगी। उनकी सारी जरूरतें पूरी की जा रही हैं।