संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने एसपी से की कारवाई की अनुशंसा
‘यूथ एजेंडा’ के संपादक को धमकाने वाले को भी दे रहे संरक्षण
खुलेआम बिक रहे शराब व धड़ल्ले से चल रहे लॉटरी गेसिंग सेंटर
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज/खबर मंथन)। स्थानीय लोगों और दर्जनों पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा सबूत सहित लगाए गए कई तरह के संगीन आरोपों से घिरे पटना जिले के खुसरुपुर थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार के कारनामों और कुकर्मों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है।
शनिवार को खुशरुपुर के कई पंचायत प्रतिनिधियों और बुद्धजीवियों ने ग्रामीण विकास विभाग सह संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार से मिलकर उन्हें थानाध्यक्ष के कार्यो, शराब और गेसिंग माफियाओं सहित अपराधियों को संरक्षण देने से क्षेत्र की जनता को हो रही पीड़ा और थानाध्यक्ष के खिलाफ उपज रहे आक्रोश से अवगत कराया।
लोगों की पीड़ा सुनने के बाद मंत्री ने इस संदर्भ में पुलिस के वरीय अधिकारियों से बात करने के बाद पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा जोनल आईजी के नाम लिखे गए आवेदन पर थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाई की अनुशंसा कर दी।
दो वर्षों से भी अधिक समय से खुशरुपुर थाना में थानाध्यक्ष के रुप में डटे थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार के खिलाफ गांधीवादी समाजसेवी व हिंदी मासिक पत्रिका ‘यूथ एजेंडा’ के संपादक प्रेम कुमार ने भी पुलिस के वरीय अधिकारियों से शिकायत की है।
खुशरुपुर के गोविंदपुर गांव के मूल निवासी पत्रकार प्रेम कुमार को गांव के ही आपराधिक प्रवृति वाले एक बड़े शराब कारोबारी छोटू सिंह ने पिछले दिनों रिवाल्वर दिखा जान से मारने की इसलिए धमकी दी, क्योंकि प्रेम कुमार उसके अवैध शराब कारोबार का विरोध कर रहे थे।
प्रेम कुमार ने इसकी शिकायत खुशरुपुर थाने में भी की थी पर थानाध्यक्ष हथियारों के शौकीन व दबंग छोटू सिंह पर कार्रवाई करने के बजाए उसे संरक्षण दे रहे हैं।
खुशरुपुर सहित कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर देशी-विदेशी शराब का कारोबार करने वाले हथियारों का शौकीन छोटू सिंह को थाना और पुलिस से मिल रहे संरक्षण के कारण क्षेत्र में उसकी तूती बोलती है।
‘खबर मंथन’ को ऐसे कई वीडियो क्लीप भी मिले हैं जिनमें खुशरुपर थाना क्षेत्र में देशी-विदेशी शराब की अवैध बिक्री और खलुआम गेसिंग का काम होता दिखाई दे रहा है।
खुशरुपुर थाना क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि थानाध्यक्ष ने कई दलाल पाल रखे हैं। शराब के नशे में पकड़े जाने वाले लोग पैसे लेकर छोड़ दिए जाते हैं व निर्दोष युवाओं को दलाल के कहने पर खुशरुपुर स्थित ही शिवम स्कूल, जो थानाध्यक्ष का अपरोक्ष ‘टार्चर सेंटर’ है में ले जाया जाता है और उन्हें टार्चर कर जेल भेजने की धमकी देकर पैसे वसूले जाते रहे हैं।