“अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन नगरी राजगीर के सफाई कर्मी यत्र-तत्र सड़क किनारे झुग्गी-झोपड़ी बना कर अपने बाल-बच्चों के साथ किसी तरह जीवन यापन को विवश हैं। उन्हें एक-एक बूंद पानी के लिए तरसना पड़ता है। उनके बहू-बेटी सड़क किनारे खुले में शौच करने को मजबूर हैं….”
राजगीर (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। एक तरफ जहां सरकारी तामझाम के साथ ‘राजगीर महोत्सव’ मनाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले सभी सफाई कर्मियों ने नगर पंचायत कार्यालय के समक्ष चरणबद्ध आंदोलन छेड़ दी है।
राजगीर अनुमंडल पदाधिकारी को सौंपे आवेदन के अनुसार एक पर्यटन स्थल होने के कारण यहां हमेशा देश-विदेश के मंत्री-संत्री आते रहते हैं। सभी सफाईकर्मी नगर की साफ-सफाई के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। 12 बजे रात को भी उन्हें सफाई करना पड़ता है।
लेकिन उन लोगों के रहने की कोई व्यवस्था नहीं है। वे यत्र-तत्र सड़क किनारे झुग्गी-झोपड़ी बना कर अपने बाल-बच्चों के साथ किसी तरह जीवन यापन को विवश हैं। यही नहीं, उन्हें एक-एक बूंद पानी के लिए तरसना पड़ता है। उनके बहू-बेटी सड़क किनारे खुले में शौच करने को मजबूर हैं।
सफाईकर्मियों ने अपनी मूलभूत समस्या की बाबत नगर पंचायत कार्यालय में कई बार आवेदन दिया, लेकिन कभी किसी ने उनकी पीड़ा पर संज्ञान नहीं लिया।
अब सफाईकर्मियों ने राजगीर एसडीओ को आवेदन देकर चेतावनी दी है कि यदि उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे अपनी मांगों को लेकर सफाई कार्य बंद कर हड़ताल पर रहेंगे।