एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। बिहार में कोरोना वायरस की दस्तक के साथ लॉक डाउन और अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सरकारी सूत्रों की मानें तो अब तक तीन लोगों में संक्रमण की सूचना है। 140 लोगों का सैंपल लिया गया है। जिनकी रिपोर्ट आनी है।
इधर दूसरे राज्यों से आने वालों पर सरकार की भी नजर है। सरकार के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने सभी डीएम को बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखने और उन पर कड़ी नजर रखने तथा उन्हें गाँव के ही स्कूल में आवासीय सुविधा देने का निर्देश जारी किया है।
बिहार में जबसे दूसरे जगहों से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हुआ तब से कोरोना संक्रमणित लोगों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
इसी खतरे को देखते हुए सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि ऐसे लोगों को गाँव के ही सरकारी स्कूलों, सामुदायिक भवनों में ठहराने का इंतजाम किया जाएं।
उन्होंने बस स्टैंडों पर भी नजर रखने का निर्देश दिया है। जहाँ लोग बिना स्क्रीनिंग कराये ही निकल जा रहे है।
राज्य के सभी जिला मुख्यालयों से लेकर प्रखंड मुख्यालय में लॉकडाउन का तो पालन हो रहा है। लेकिन ग्रामीण इलाकों में दहशत पैदा न हो, इसके लिए जागरूकता फैलाने की जरूरत है। जिसके लिए पंचायत जन प्रतिनिधियों को जागरूकता फैलानी चाहिए।
इधर पटना के मीठापुर बस स्टैंड पर कुछ बसों का परिचालन जारी है। जहाँ लोगों को बसों में भरकर ले जाया जा रहा है। बस में सवार होने को लेकर यात्रियों में रेलमपेल मची हुई है।बस संचालक सरकारी आदेश को धता बता रहे हैं।
वहीं पटना-बिहटा सड़क मार्ग पर भी सराटे के साथ बसों और अन्य वाहनों का परिचालन धड़ल्ले से हो रहा है। अगर इसी तरह लॉक डाउन की धज्जियां उड़ती रही तो बिहार खतरनाक कोरोना वायरस से कैसे निपटेगा।