एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। सरायकेला-खरसावां जिला के बिरबांस गांव के बुद्धेश्वर कर्मकार हत्याकांड के बाद आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा लगभग 5 घंटे से भी ज्यादा समय तक सड़क पर प्रदर्शन किया गया।
वहीं करीब डेढ़ घंटा ग्रामीणों ने टाटा मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। जहां कड़ी मशक्कत के बाद सरायकेला पुलिस प्रशासन और ग्रामीणों के बीच तत्काल दाह- संस्कार के लिए मुआवजा और पीड़ित परिवार को सरकारी सुविधा तत्काल बहाल किए जाने पर सहमति बनी।
साथ ही अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार करने और उसे कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने का भरोसा सरायकेला एसडीओ ने ग्रामीणों को दिलाया। उसके बाद ग्रामीणों ने अपना प्रदर्शन वापस ले लिया।
हैरान करने वाली बात तो यह है कि पूरे घटनाक्रम के दौरान कल तक मारे गए युवक को झारखंड मुक्ति मोर्चा का सक्रिय कार्यकर्ता बताने वाले खरसावां विधायक दशरथ गागराई न तो प्रदर्शनकारी ग्रामीणों के साथ सड़क पर नजर आए और न ही झारखंड मुक्ति मोर्चा का कोई कार्यकर्ता ग्रामीणों के दुख में साथ खड़ा नजर आया।
पूरे घटनाक्रम के दौरान भारतीय जनता पार्टी सरायकेला- खरसावां जिला अध्यक्ष उदय सिंह देव और गणेश महाली अपने समर्थकों के साथ ग्रामीण और प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ वार्ता के दौरान मौजूद रहे और तब तक वहां से नहीं हिले, जब तक प्रशासन की ओर से उचित मुआवजा और सरकारी सुविधा बहाल किए जाने के साथ आंदोलन कर रहे ग्रामीणों को किसी मुकदमे में नहीं फसाने का आश्वासन दिया गया।
इस संबंध में भाजपा जिला अध्यक्ष उदय सिंहदेव ने घटना के प्रत्यक्षदर्शी को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने की मांग प्रशासन से की। वहीं भाजपा नेता गणेश महाली ने ऐसी घटना को प्रशासनिक विफलता बताया और कहा- भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति ना हो जिला प्रशासन इसका ख्याल रखें।