“पूरे देश के विभिन्न राज्यों से कुल 10 एनसीसी कैडेटों का चयन किया गया है। इनमें एयर विंग से केवल गर्लस् कैडेट के रूप में बिहार के अतुल साक्षी का चयन किया गया है। ब्यॉय कैडेटों में महाराष्ट्र के एयर वींग के एक एनसीसी कैडेट का चयन किया गया है।”
नलंदा (राम विलास)। नालंदा की बेटी अतुल साक्षी छह नवम्बर को सिंगापुर जायेगी। वह वहां बिहार का प्रतिनिधित्व तो करेंगी ही, भारत के विरासत को साझा भी करेगी। यह बिहार की पहली गर्लस् कैडेट हैं, जिनका एयर स्क्वाइडन के तहत चयन किया गया है।
साक्षी एनसीसी गर्लस् वटालियन-वन की कैडेट हैं। यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत इनका चयन किया गया है। चयन होने वालों में यह बिहार की एकलौती गर्लस् कैडेट हैं। इस तरह अतुल साक्षी सिंगापुर जाने वाली बिहार की पहली गर्लस् कैडेट बन गयी है।
साक्षी यहां से छह नवम्बर को सिंगापुर के लिए प्रस्थान करेंगी और 26 नवम्बर को सिंगापुर से स्वदेश के लिए रवाना होगीं। अतुल साक्षी नालंदा की बेटी है। वह प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष ( विश्व धरोहर ) के पास के गांव मुजफ्फपुर की रहने वाली है।
वर्तमान में वह पटना वीमेंन्स कॉलेज में बीएससी (भौतिकी) की अंतिम वर्ष की छात्रा हैं। सिंगापुर जाने को लेकर वह बहुत खुश हैं।
वह कहतीं हैं कि देश में एयर वींग से केवल दो कैडेटस् का चयन किया गया है। उनमें एक वह और दूसरा ब्यॉयज कैडेट महाराष्ट्र का है।
वह बताती है कि बिहार समेत भारतीय संस्कृति व धरोहरों के बारे में वहां शेयर करेंगी। अतुल साक्षी के पिता सुनील कुमार विश्व धरोहर नालंदा में बुकिंग इंचार्ज हैं। उनकी माता प्रेमलता कुमारी महाबोधि कॉलेज, नालंदा में व्यवख्याता हैं।
शेष सभी कैडेट आर्मी विंग के हैं। इनमें बिहार के अलावे आंध्रप्रदेष, महाराष्ट्र, उड़ीसा, केरल, पूर्वोत्तर राज्यों, गुजरात, कर्नाटक एवं मध्यप्रदेश के कैडेट शामिल शामिल है।