राजगीर (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज/नीरज कुमार)। नालंदा जिले के राजगीर नगर पंचायत के गांधी टोला महादलित की बस्ती में 3 सालों से बिजली व पेयजल की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने अनुमंडल प्रशासन के विरोध जताते हुए सड़क मार्ग पर आगजनी करते हुए शाम 4 बजे से आवागमन ठप कर रखा है। पुलिस-प्रशासन अब उन पर समस्या समाधान के बजाय बल प्रयोग करने की तैयारी में है।
मौके पर पहुंची पुलिस-प्रशासन की बातों को भी बस्ती वाले एक नहीं सुन रहे हैं। लोग सड़क पर टायर जलाकर विरोध कर रहे हैं। खबर लिखने ताक राजगीर-बिहार शरीफ रोड पिछले 8 घंटे से जाम है। राजगीर-बिहार शरीफ मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लगी है।
खबर है कि पुलिस ने मामले को संभालने के लिये बस्ती वालों पर बल प्रयोग करने की तैयारी कर ली है और विरोध-आंदोलन कर रहे लोगों पर कभी भी ऐसी कार्रवाई हो सकती है।
महादलित बस्ती गांधी टोला निवासियों का कहना है कि कई बार पेयजल व बिजली के लिए नगर पंचायत व बिजली विभाग को समस्या से अवगत कराया गया। परंतु विभाग के अफसरों की कुंभकर्णी निंद्रा नहीं टूट रही है।
इधर, बिजली विभाग के द्वारा बस्ती में केवल बायर बिछाया तो गया है। परंतु आज अचानक पुराने बिजली के नंगे तार को जहां-तहां काट कर गलियों में गिरा कर छोड़ दिया गया है। जिससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
यही नहीं, बिजली विभाग द्वारा बिना सूचना दिये ही बस्ती के प्रायः महादलित के घरों की बिजली काट दी गई। जिसके कारण लोगों को एक दूसरे के घरों से भी पीने को एक ग्लास पानी नहीं मिल रहा है।
उधर बिजली विभाग एसडीओ इंतजार अहमद की दलील है कि सभी मोहल्ले में बिजली का केवल बायर लगाया जा रहा है। जिसके कारण बिजली काटी गई थी। जल्द ही कामों को पूरा कर लिया जाएगा।
बहरहाल, बिजली विभाग की आज की मनमानी और हिटलरशाही रवैये ने खुद उसकी ही पोल खोल कर रख दी है। यहां गांधी टोला बस्ती के आलावे कई ऐसे वार्ड हैं, जहां केवल बायर बिछाये जाने के एक साल बाद भी बिजली का कनेक्शन घरों में नहीं हो सका है।
लोग वैध कनेक्शन होने के बाबजूद जैसे-तैसे बिजली का उपभोग करने को बाध्य हैं। नये कनेक्शन के लिये विभागीय लोगों द्वारा मोटी रकम वसूली की मांग की जाती है।
सबसे बड़ा सबाल कि सरकार ने सभी घरों को मुफ्त में बिजली कनेक्शन देने के निर्देश दे रखे हैं। बिजली उपलब्ध कराने वाले विभाग (ठेका कंपनी) को हर घर में मुफ्त बिजली तार, मीटर आदि लगा कर कनेक्शन देना है।
महादलित बस्ती में तो यह अनिवार्य है। अगर किसी घर में पहले से वैध बिजली कनेक्शन है, तो नये केबल वायर से कनेक्शन के बगैर पहले की व्यवस्था को विभागीय तौर पर नष्ट करना साफ मनमानी है।