नालंदा (राम विलास )। 13 महीने के बकाए पेंशन को लेकर राजगीर के पेंशनधारी बुधवार को सड़क पर उतर आए। उन्होंने सड़क पर रैलियां निकाली। पटेल चौक पर जमा होकर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रशासन विरोधी नारे भी लगाए और जिला प्रशासन का पुतला भी फूंका।
पेंशनरों के इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष एवं नगर वार्ड वार्ड पार्षद श्याम किशोर भारती ने किया।
इस विरोध प्रदर्शन में नगर पंचायत के उपमुख्य पार्षद श्यामदेव राजबंशी , पूर्व मुख्य पार्षद सह वार्ड सदस्य उर्मिला देवी भी शामिल हुई।
पेंशनरों का आरोप है कि नगर कार्यपालक पदाधिकारी की लापरवाही से राजगीर के सभी पेंशनरों की सूची, बैंक अकाउंट , आधार कार्ड नंबर और पेशन स्वीकृति संख्या के साथ सामाजिक सुरक्षा कोषांग को नहीं भेजी गई है । पेंशनरों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाए। पेंशनरों ने कहा कि पेंशन दो या फांसी दो ।
सूत्रों के अनुसार नगर पंचायत ने विकास मित्र और आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा आधार कार्ड , पेंशन स्वीकृति पत्र और बैंक के अकाउंट नंबर संग्रह किए कराए थे। लेकिन उनके मनमानी के कारण सभी प्रकार के पेंशनरों के आवश्यक कागजात नगर पंचायत को समर्पित नहीं किया जा सका है। फलस्वरूप पंचायत के अधिकारियों के द्वारा पेंशनरों के आवश्यक पेपर अकाउंट नंबर, और आधार नंबर जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग को नहीं भेजा जा सकता है।
जानकार बताते हैं इस त्रुटि को सुधारने की नगर पंचायत के द्वारा कभी कोई कोशिश नहीं की गई। फलस्वरूप आज राजगीर के पेंशनरों में भारी आक्रोश है।
पेंशनरों का कहना है कि आज तो केवल रोष पूर्ण प्रदर्शन और उपवास किया गया है। यदि पेंशनरों के खाते में शीघ्र रूपए नहीं भेजे गए तो जिला प्रशासन और नगर पंचायत के खिलाफ नगर पंचायत कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल करेंगे ।
उप मुख्य पार्षद श्यामदेव राजबंशी ने कहा कि राजगीर नगर पंचायत में 2052 पेंशनर हैं। इन में से केवल 542 लोगों के खाते में पेंशन की राशि अब तक आई है । उन्होंने इसके लिए सरकारी तंत्र को जिम्मेवार ठहराया।
भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष एवं नगर वार्ड पार्षद श्याम किशोर भारती ने कहा कि पेंशन के लिए पेंशनधारी हलकान हैं। वह खाने और दवा के लिए तरस रहे हैं।
पूर्व मुख्य पार्षद उर्मिला देवी का आरोप है कि नगर पंचायत की लापरवाही से सभी पेंशनरों के खाते में पेंशन की राशि नहीं आ रही हैं। उनका आरोप है कि नगर पंचायत के द्वारा आधार कार्ड ,अकाउंट नंबर ,पेंशन स्वीकृति संख्या जिला को सही सही नहीं भेजी गई है, जिसके कारण पेंशन भुगतान में अनावश्यक विलंब हो रहा है।
उन्होंने डीएम से मामले की गहराई से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा इसके लिए जो भी व्यक्ति जिम्मेवार है, उसके विरुद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही सुनिश्चित होनी चाहिए।
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