एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। नालंदा जिले के अंतर्राष्ट्रीय धर्म-पर्यटन नगरी राजगीर स्थित सुप्रसिद्ध गृद्धकूट पर्वत पर देशी-विदेशी सैलानियों से उनकी मुद्राओं की ठगी के जारी गोरखधंधा की जानकारी को लेकर पुरातत्व विभाग के संरक्षण सहायक अमरेश पाठक ने बड़ी अजीब जानकारी दी है।
उन्होंने रिकार्डे बयान में अपना एवं अपने विभागीय सहयोगियों का बचाव करते हुए कहा कि पहले जो मूर्ति-उर्ति था, वो सब हट गया है। कहीं कुछ नहीं हो रहा है उ सब।
उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई कहीं कुछ श्रद्धावश दे रहे हैं। उसमें कहीं कोई जोर जबरदस्ती नहीं हो रहा है और न कहीं कोई पूजा-पाठ के नाम पर सब हो रहा है।
जब उनसे पूछा गया कि इस गोरखधंधे में पुरातत्व विभाग के शामिल होने के प्रमाण सामने आए हैं और इसमें आपकी भूमिका भी संदिग्ध है तो वो चुपी साध गए।
अमरेश पाठक से जब पूछा गया कि राजगीर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने आपको सारे मामले की जानकारी देते हुए एक पत्र भी लिखा है। आपने उस पर क्या जांच कार्रवाई की। इस पर उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि हां मिला है। उसे देख रहे हैं।
आगे उन्होंने कहा कि सप्ताह में दो-तीन बार वे खुद वहां जाकर मुआयना करते हैं। कहीं कुछ नहीं होता है। कहीं कोई शिकायत नहीं मिलता। कहीं कोई गड़बड़ी भी देखने को नहीं मिली है।