एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। बिहार सरकार ने कोरोना वायरस से बचने की तैयारी में पटना के तीन सितारे होटल को आइसोलेशन वार्ड में बदल दिया है। कोरोना के संदेहास्पद मरीजों को समाज से अलग रखने के लिए इसी होटल का उपयोग किया जायेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज खुद इसका एलान किया।
कोरोना वायरस पर विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विदेशों से आने वाले बिहार के लोग कोरोना वायरस से ग्रसित हो सकते हैं। उन्हें 14 दिनों तक समाज से अलग रखा जाना जरूरी है।
इसीलिए सरकार ने फैसला लिया है कि पटना के पाटलिपुत्र अशोक होटल को कोरोना आइसोलेशन वार्ड में बदला जायेगा। यानि जिस भी व्यक्ति के कोरोना वायरस से ग्रसित होने का शक होगा उसे पाटलिपुत्र होटल में रखा जायेगा।
कोरोना के संदेहास्पद मरीज का 14 दिनों में दो दफे ब्लड सैंपल लेकर जांच करायी जायेगी। 14 दिनों की जांच की प्रक्रिया पूरी होने तक संदेहास्पद व्यक्ति को होटल में ही रखा जायेगा। उसके बाद अगर व्यक्ति संक्रमित पाया गया तो अस्पताल ले जाया जायेगा अन्यथा उसे मुक्त कर दिया जायेगा।
केंद्र सरकार का उपक्रम होटल पाटलिपुत्र अशोक एक साल से बंद पड़ा है। पिछले साल केंद्र सरकार ने इस होटल को बेचने का फैसला लिया था। लेकिन बिहार सरकार ने कहा कि होटल उसकी जमीन पर बनी थी, लिहाजा होटल उस पर बिहार सरकार का हक है।
लिहाजा केंद्र सरकार ने होटल पाटलिपुत्र अशोक को बिहार सरकार के हवाले कर दिया। बिहार सरकार के कब्जे में आने के बाद से ही होटल पाटलिपुत्र अशोक बंद पड़ा है।