“उनके नीतीश कुमार से दो बातों पर मतभेद था। सीएम नीतीश, गांधी, लोहिया और जेपी (जय प्रकाश) की बातों को मानने की बातें करते हैं, फिर वो गोडसे की विचारधारा के साथ कैसे खड़े हैं…..”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। जदयू के निष्कासित राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रहार करते हुए बोला है।
श्री किशोर ने श्री कुमार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि पिछलग्गू नेतृत्व से बिहार का भविष्य नहीं बदलेगा।
विगत 29 जनवरी को जदयू से निष्कासित किए जाने के बाद प्रशांत किशोर आज पहली बार पटना (पहुंचे और पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अब सीएम नीतीश कुमार के साथ उनका कोई राजनीतिक नाता नहीं रहा।
प्रशांत किशोर ने कहा, ‘उन्होंने मुझे बेटे की तरह रखा। नीतीश कुमार ने मुझे निकाला है तो मैं उनके सारे फैसले को हृदय से स्वीकार करता हूं। वो मुझे पार्टी में रखना चाहते हैं अथवा नहीं, ये उनका विशेषाधिकार था और उन्होंने लिया। मैं उनका सम्मान करता हूं’।
उन्होंने कहा कि उनके नीतीश कुमार से दो बातों पर मतभेद था। सीएम नीतीश, गांधी, लोहिया और जेपी (जय प्रकाश) की बातों को मानने की बातें करते हैं, फिर वो गोडसे की विचारधारा के साथ कैसे खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों बात नहीं होनी चाहिए। इस बात को लेकर मेरे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में विचार-विमर्श होते रहे हैं।
दूसरा मतभेद जदयू और बीजेपी के साथ संबंधों की पोजिशनिंग को लेकर रही है। पहले भी भाजपा के साथ रहे हैं। लेकिन आज की स्थिति में पहले से काफी अंतर है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्हें कोई दूसरी पार्टी का नेता कैसे डिप्युट कर सकता है। बिहार के नेता नीतीश कुमार कोई मैनेजर नहीं हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर कोई दूसरी पार्टी का नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए कैसे ये बात कह सकता है कि वो नीतीश के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे।