“फिल्मकार अभिलंब फिल्म की कहानी बदले, अन्यथा फिल्म शूटिंग बंद करें और सरकार एवं प्रशासन ऐसे फिल्मकार को फिल्म की शूटिंग करने से अभिलंब रोके। किसी भी हालत में ऐसी फिल्म की शूटिंग को राजपूत समाज बर्दाश्त नहीं करेगा….”
नालंदा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। नालंदा जिले के बिहारशरीफ प्रखंडान्तर्गत तुंगी गांव में चल रहे फिल्म शूटिंग अचानक विवादों में आ गई है।
राष्ट्रीय राजपूत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ जीतेंद्र कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि फिल्म पद्मावती के बाद पुनः एक बार फिर से एक बड़े बंबईया फिल्मकार ने राजपूतों के मान-सम्मान और स्वाभिमान के खिलाफ काम कर रहा है।
उन्होंने कहा है कि राजपूत जाति के स्पष्ट रूप से बेटी बताकर एक दलित लड़के के साथ असहनीय प्रेम संबंध पर एक फिल्म की शूटिंग एक राजपूत बहुल बड़े गांव तुंगी में किया जाना फिल्मकार की सोची-समझी षडयंत्रकारी रणनीति का हिस्सा है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर फिल्म के द्वारा पैसे कमाने के लिए राजपूत की बहू बेटियों की इज्जत से फिल्मकार खेलना बंद नहीं करेगा और राजपूत को फिल्म के माध्यम से खलनायक चरित्र दुनिया के सामने प्रस्तुत करना बंद नहीं करेगा, तब फिल्म पद्मावत से भी व्यापक जन आक्रोश संपूर्ण भारत में दिखेगा। इसका संपूर्ण जिम्मेवारी प्रशासन, सरकार और फिल्मकार का होगा।
श्री सिंह ने कहा है कि फिल्मकार अभिलंब फिल्म की कहानी बदले, अन्यथा फिल्म शूटिंग बंद करें और सरकार एवं प्रशासन ऐसे फिल्मकार को फिल्म की शूटिंग करने से अभिलंब रोके। किसी भी हालत में ऐसी फिल्म की शूटिंग को राजपूत समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।