” नालंदा एसपी सुधीर कुमार पोरिका द्वारा बीती आधी रात चर्चित गोईठवा नदी अवैध उत्खनन स्थलों का निरीक्षण के बाद की गई बड़ी कार्रवाई से मानपुर थानेदार की पोल खुल गई। इस थानेदार की जुबान से हर सूचना-शिकायत पर एक ही जबाव मिलता था कि स्थल उसके थाना परिधि क्षेत्र से बाहर है। बिहार थाना क्षेत्र में पड़ता है। उधर बिहार थाना के थानेदार से जबाव मिलता वह मानपुर थाना क्षेत्र के तहत आता है।”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़। नालंदा जिले के मानपुर थाना क्षेत्र में 10 एकड़ 77 डिसमिल आम गैरमजरूआ जमीन से अवैध बालू उठाव-कारोबार करीब एक साल से चल रहा था।
स्थानीय ग्रामीणों ने विगत 23.10.2017 को तात्कालीन अंचलाधिकारी से लिखित शिकायत की थी कि तिउरी गांव के पास गोइठवा नदी के किनारे एक बड़े सरकारी भू-भाग पर बालू माफियाओं द्वारा कब्जा कर बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन कार्य हो रहा है ग्रामीणों ने उन सभी माफियाओं के नाम भी अपने शिकायत आवेदन में उल्लेख किया था।
ग्रामीणों के इस शिकायत के पीछे मूल दर्द था कि वहां अवैध उत्खनन के कार्य यूं ही होते रहे तो हल्की बारिश में ही उनका गांव जल्-मग्न हो जायेगा और उनकी खेती-बारी नष्ट हो जायेगी।
ग्रामीणों की इस शिकायत पर बिहारशरीफ अंचलाधिकारी करीब पांच माह बाद अपनी जांच के बाद उपरोक्त शिकायत को सही करार देते हुये जिला खनन पदाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई को पत्र लिखा। जोकि अंचल कार्यालय पत्रांक-390, दिनांक-08.02.2018 के तहत लिखा गया था।
लेकिन इस पत्र पर तात्कालीन जिला खनन पदाधिकारी ने कोई कार्रवाई नहीं की। एक्सपर्ट मीडिया न्यूज के पास उपलब्ध प्रमाण के अनुसार तब जिला खनन पदाधिकारी ने अंचालाधिकारी के अधिकार क्षेत्र का मामला बता कर अपना पल्ला झाड़ लिया था।
इसी बीच मानपुर थाना क्षेत्र में धड़ल्ले से जारी बालू खनन माफियों के कारण कई दर्दनाक हादसे हुये। ग्रामीणों का आक्रोश भी उभरकर सामने आया। इस मामले को अपनी कलम से उठा रहे एक्सपर्ट मीडिया न्यूज से जुड़े रिपोर्टर राजीव रंजन पर हमला हुआ। लेकिन एक षंडयंत्र के तहत उसे नीजि खुन्नस की वारदात बना कर उल्टी पुलिसिया कार्रवाई की गई।
इधर एक्सपर्ट मीडिया न्यूज इन सारे मामलों को जन हित में काफी गंभीरता से उठाये जा रहा था। इसी बीच जिले में नये जिला खनन पदाधिकारी घनश्याम झा का पदास्थापन हुआ।
इसके बाद इस मामले को गंभीरता से लिया औऱ बिहारशरीफ के वर्तमान अंचलाधिकारी को यथासंभव आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
सहायक निदेशक, जिला खनन कार्यालय के पत्रांक- 794, दिनांकः26.06.2018 द्वारा मिले निर्देश के आलोक में बिहारशरीफ अंचलाधिकारी ने आवश्यक कार्रवाई हेतु उस पत्र को दिनांकः30.06.2018 को बिहार थाना को अग्रसरित कर दिया।
लेकिन जब उन्हें सूचना दी गई कि अवैध उत्खनन स्थल मानपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत है तो फिर उन्होंने नये सिरे अंचल कार्यालय पत्रांक-1642, दिनांकः 06.07.2018 के जरिये मानपुर के थानेदार को तत्काल कानूनी कार्रवाई करने हेतु लिखित शिकायत भेजी।
अंचलाधिकारी के इस शिकायत पत्र को मानपुर के वर्तामान थानेदार अपरेश कुमार सिंह अनदेखी कर रहे थे। उनका कहना था कि अंचलाधिकारी के लिख देने से क्या होता है। खनन स्थल बिहार थाना क्षेत्र के तहत आता है, वहीं के थानेदार को जो करना होगा, वे करेगें। एक्सपर्ट मीडिया के पास इसके भी प्रमाण उपलब्ध हैं।
बहरहाल, एसपी सुधीर कुमार पोरिका द्वारा बीती रात की गई भौतिक कार्रवाई से साफ है कि मानपुर थानेदार शुरु से ही ग्रामीणों के साथ मीडिया को बरगलाते रहे। क्योंकि एसपी ने जिन 6 लोगों के खिलाफ मानपुर थानेदार को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दियें हैं, वे बिहारशरीफ अंचलाधिकारी द्वारा पहले से ही चिन्हित हैं।