रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। जहां एक ओर सरायकेला-खरसांवा जिले के राजनगर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की नाबालिग छात्रा की थाना में शादी कराए जाने के मामले पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. कल्याणी शरण ने काफी गंभीरता से लिया है, वहीं डीसी छवि रंजन ने मीडिया द्वारा जानकारी मिलते ही सीडीपीओ को त्वरित जांच रिपोर्ट देने का आदेश दिया है।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने एक्सपर्ट मीडिया न्यूज से कहा कि उन तक जिस तरह की जानकारी पहुंची है, यदि लड़की 14-15 साल की है और आवासीय कस्तूरबा विद्यालय में पढ़ रही है तो हमारी सरकार की ‘पहले पढ़ाई,फिर बिदाई’ की नीति पर एक बड़ा चोट है। इसे किसी भी हाल में वर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वे अपने स्तर से हरसंभव कड़ा एक्शन लेगें।
उन्होंने कहा कि अभी वे लिट्टीपाड़ा में हैं। वे इस मामले को लेकर सरायकेला के डीसी और एसपी से बात करेंगे। यदि थाना में छेड़खानी की घटना को शादी में तब्दील किया गया है और एक नाबालिग की शादी करवाई गई है तो ऐसे लोग रक्षक नहीं, भक्षक हैं। ये समाज का भला क्या करेंगे।
उन्होंने कहा कि वे 30 नवंबर को व्यक्तिगत तौर पर राजनगर जाएंगे और वहां लड़की और उसके माता-पिता से बात जानेगें और थाना प्रभारी को भी बुलाएंगे।
उन्होंने कहा कि हालांकि यह मामला राज्य बाल संरक्षण आयोग के अंतर्गत आता है, लेकिन चूकि मीडिया द्वारा उन्हें सूचना मिली है, ऐसे में वे एक महिला होने के नाते सारी चीजों को इग्नोर नहीं कर सकतीं, वे ऐसे मामलों को हमेशा गंभीरता से लेती रही हैं।
उधर, सरायकेला के डीसी छवि रंजन ने एक्सपर्ट मीडिया न्यूज से बातचीत में कहा कि उन्हें मीडिया द्वारा जैसे ही जानकारी मिली, उन्होंने वहां के सीडीपीओ को सारे मामले की त्वरित जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है।
डीसी ने कहा कि जांच रिपोर्ट में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें वख्शा नहीं जाएगा। यदि थाना में छेड़खानी की शिकायत के बाद शादी कराई गई है तो मामला और भी गंभीर हो जाता है। हर पहलुओं की जांच करवा कर कार्रवाई के साथ छात्रा की पढ़ाई जारी रहना सुनिश्चित कराया जाएगा।
बता दें कि इस मामले को सबसे पहले एक्सपर्ट मीडिया न्यूज ने काफी प्रमुखता से उठाते हुए प्रसारित किया था, जिसके बाद समूचे शासन महकमे में सनसनी फैल गई।