5 साल में 12 लाख युवक-युवतियां को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य
रांची। झारखंड सरकार के मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा ने उच्च, तकनीकी एवं कौशल विकास विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया है कि राज्य में कार्यरत, प्रस्तावित इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक कॉलेजों में डिग्री के साथ साथ अन्य सामायिक विषयों को भी चयन करें ताकि छात्रों को वर्तमान एवं भविष्य के परिवेष के मुताबिक शिक्षा प्रदान की जा सके।
उन्होंने कहा कि 2019 तक प्रत्येक प्रमंडल में इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने की परिकल्पना को साकार करने के लिये जमीन चिन्ह्ति की जाये तथा उसका डीपीआर बनाया जाय ताकि अगले वित्तीय वर्ष में सभी कॉलेजों के भवन निर्माण आदि का कार्य प्रारंभ किया जा सके।
श्रीमती वर्मा ने निर्देश दिया कि संस्थानों में शैक्षणिक वर्ष 2015-18 से सेंकेड शिफ्ट में डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारंभ कराये जाय। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि जहां जहां रिक्तियां हैं, उन्हें भरने के लिये विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की जाये ताकि नये पॉलिटेक्निक कॉलेजों को प्रारंभ किया जा सके। मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिया कि आधारभूत संरचना के निर्माण के साथ साथ वैकेंसी को भरने की प्रक्रिया साथ साथ प्रारंभ हो ताकि समय पर संस्थानों को प्रारंभ किया जा सके।