पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड को बड़ा झटका लगा है। वरिष्ठ जदयू नेता और बिहार विधानसभा के पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
सीएम नीतिश कुमार के खास करीबी कद्दावर नेताओं में एक पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी ने 2005 से लेकर 2015 तक बिहार विधानसभा स्पीकर के रूप में अपनी सेवा दी है।
खास बात है कि जनता दल यूनाइटेड में वे एक प्रमुख दलित नेता के रूप में थे। वे पिछले कई दिनों से पार्टी और खुद सीएम नीतीश कुमार से नाराज चल रहे थे। बीते दिनों वह दलितों के समर्थन में निकाले गये मार्च में भी शामिल हुए थे।
उनके इस्तीफा दिए जाने के बाद पार्टी हरकत में आ गए हैं । उनके इस्तीफा दिए जाने के कारणों का पता लागया जा रहा है।
उदय नारायण चौधरी इमामगंज विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने जनता दल यूनाइटेड की ओर से जमुई लोकसभा चुनाव भी लड़ा था।
जब 2017 में नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था, तब इन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की थी और तभी से वह नाराज चल रहे थे।
उदय नाराणय चौधऱी पहले 1990 से 95 तक इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे और फिर उसके बाद 2000 से 2015 तक विधायक रहे. हालांकि, 2015 के विधानसभा चनाव में वह पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी से हार गये।
श्री चौधरी ने पार्टी से इस्तीफा देते हुये आरोप लगाया कि वे 20 सालों से पार्टी को सींचते-संवारते रहे। लेकिन, इसमें कार्यकर्ताओं के बदले धन कुबेरों को तरजीह दी जा रही है। दलितों पर अत्याचार पर सरकार मौन है। राज्य की कानून-व्यवस्था भी खराब हो गई है। मुख्यमंत्री से बातचीत की, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला। इससे वे आहत हैं।
उन्होंने अगले कदम की बाबत कहा कि अब वे सांप्रदायिक ताकतों के चंगुल से बाहर निकल गए हैं। इतना तो तय है कि जदयू-भाजपा या राजग में नहीं जाएंगे। शेष जो भी बचे, उनके साथ हैं।
उन्होंने खुलकर तो नहीं कहा, लेकिन राजद में शामिल होने की संभावना से इन्कार भी नहीं किया। उदय नारायण चौधरी ने यह भी दावा किया कि जदयू में घट रहे लोगों का बड़ा तबका है। पार्टी में भगदड़ मचनी तय है।