“दरअसल, कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार ने एहतियाती तौर 31 मार्च तक राज्य के स्कूल-कालेजों, संस्थानों एवं भीड़-भाड़ वाली जगहों को बंद रखने का निर्देश जारी किया तो कुछ जिलों ने आगे बढ़कर धारा 144 लगा दिया। अभी तक बिहार के 11 जिलों में धारा 144 लागू है…”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार में कोरोना वायरस से बचाव के प्रति सतर्कता के प्रयासों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्देश दिया है कि इसे लेकर दहशत नहीं फैलाई जाए।
उन्होंने डीजीपी और मुख्य सचिव को सभी जिलों से धारा 144 को तत्काल हटाने का निर्देश दिया और कहा कि इससे राज्य में बेवजह दहशत का माहौल बन रहा है।
मुख्यमंत्री ने बड़ी संख्या में लोगों के मास्क लगाने पर भी हैरानी जताई और कहा कि इससे आम लोगों के बीच भय पैदा हो रहा है।
विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे सीएम नीतीश ने सदन में मास्क बांटे जाने पर आपत्ति जताई और मास्क बांटने वालों की जमकर क्लास लगाई। इसके साथ ही उन्होंने इस मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष से भी बात की।
सीएम नीतीश कुमार ने विधान सभा कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना को लेकर बेवजह दहशत का माहौल ना बनाएं।
दरअसल, सोमवार को जैसे ही सीएम नीतीश कुमार विधान सभा पहुंचे। उन्होंने लोगों को मास्क लगाए देखा और देखते ही वो गुस्से से आग बबूला हो गए और मास्क बांटने वाले रामचंद्र भारती की जम कर क्लास लगा दी।
इसके साथ ही सीएम ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को निर्देश भी दिया कि वे देखें कि लोगों के बीच पैनिक क्रिएट ना हो। सीएम ने कहा कि जिन्हें सर्दी खांसी या अन्य कोई बीमारी है, सिर्फ वे ही मास्क का प्रयोग करें। जो स्वस्थ हैं उन्हें मास्क की कोई जरूरत नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बचाव की दिशा में सरकार का प्रयास जारी रहेगा। उन्होंने आम लोगों से भी सतर्कता बरतने की अपील की। साथ ही यह भी कहा कि इसे लेकर अनावश्यक रूप से डर का वातावरण नहीं बनाना चाहिए।
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए शिवहर, बांका, भागलपुर, वैशाली, अरवल, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर एवं कटिहार जिले में शनिवार की रात से धारा 144 लागू है। रविवार को इसका दायरा सीतामढ़ी, नवादा एवं किशनगंज जिले तक पहुंच गया।
नवादा में ककोलत जलप्रपात में जाने पर भी रोक लगा दी गई है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद अब आम लोगों को राहत मिलने के आसार हैं।