“बिहार पुलिस के दारोगा और जवान अपने एसपी को भी नहीं पहचान रहे हैं। उनसे भी वसूली करने से नहीं हिचक रहे हैं। वे उन्हें भी हड़काकर सरेआम रिश्वत मांग रहे हैं…”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। खबर है कि कैमूर एसपी ने दारोगा, एसआई, 3 सिपाही समेत 10 होमगार्ड के जवानों को सस्पेंड कर दिया है।
कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद को जानकारी मिली थी ओवरलोडेड ट्रकों से पैसे की वसूली कर रहे हैं। जिसके बाद एसपी खुद ट्रक चलाते हुए 10 किमी तक गए।
इस दौरान चेक पोस्ट पर पुलिस के जवानों ने रोका और तलाशी लेने लगे। इसके बदले एसपी से ही पैसा मांगने लगे। दारोगा भी पहचान नहीं पाया वह भी रौब दिखाने लगा। जिसके बाद सभी पर कार्रवाई हुई।
एसपी ने बताया कि सूचना मिल रही थी कि इंट्री माफियाओं द्वारा ओवरलोड ट्रकों को जीटी रोड से पार कराया जा रहा है। इसको रोकने के लिए अस्थाई चेक पोस्ट भी बनाया गया था। फिर भी पुलिसकर्मी गड़बड़ी कर रहे थे।
उसके बाद सादे लिबास में और सिविल गाड़ी में उनकी टीम रात में शिकायत की जांच करने पहुंची तो पहाड़गंज चेक पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मी गड़बड़ी कर रहे थे। इनलोगों के पास से 34 हजार रुपए भी बरामद हुआ है।
बकौल एसपी, कैमूर जिले के सीमावर्ती इलाके के पछाहगंज में ओवरलोड बालू रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा अस्थायी चेकपोस्ट बनाया गया था, जिसका नाम जिगजैग रखा गया था।
पुलिस द्वारा अवैध तरीके से पैसा उगाही को लेकर कैमूर एसपी दिलनवाज़ अहमद ट्रक ड्राइवर बनकर पहुंचे, जहां चेकपोस्ट पर तैनात कर्मी ने एसपी से भी 100 रुपया लिया।
एसपी ने थाना पर जाकर चालक के साथ पूरी मामला थानेदार को बताया। जिसपर थानेदार ने जांच करने की बात कही।
हद है कि साथ में रहे एसपी को भी दारोगा नहीं पहचान पाया। जब एसपी ने अपना चेहरा पर से कपड़ा हटाया, तब कुदरा थानेदार ने उन्हें पहचान कर आगे की कार्रवाई करने में जुटे।
कैमूर एसपी दिलनवाज़ अहमद ने बड़ी करवाई करते हुए 2 दरोगा समेत 19 पुलिसकर्मीयों को निलंबित कर दिया। उनके पास से वसूली के 50,000 हजार रुपए भी वरामद हुए हैं। अलावे 2 इंट्री माफिया एवं 3 ट्रकों के चालक व खलासी को भी गिरफ्तार किया है।