एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे इंटरसिटी ट्रेन से भागलपुर परिसदन पहुंचे। उन्होंने डीआईजी और एसएसपी समेत सभी अधिकारियों को सुबह 6 बजे आराम करने की बात कहकर वापस कर दिया, लेकिन ट्रैक सूट और माफलर डालकर वे पुलिस केन्द्र के लिए निकल पड़े।
पुलिस लाइन घूमने के दौरान किसी भी पुलिसकर्मी ने न तो उन्हें पहचाना और न ही टोका। बाहर निकलने पर देखा कि दो महिला पुलिसकर्मी ऑटोमेटिक राइफल लेकर जा रही थीं।
जवाब मिला-अभी 45 गोली खाली करके आए हैं। डीजीपी के लगातार सवाल से दोनों महिला पुलिसकर्मी झल्ला गईं और कहा- हटते हैं कि नहीं।
लेकिन डीजीपी ने फिर कहा- तुमको गोली चलाना नहीं आता है। इस बात पर दोनों पोजिशन में आ गईं और कहा -हटिए नहीं तो टनका देंगे।
डीजीपी ने कहा, हमको पहचानती हो तो एक महिला जवान ने कहा कोई भी हों, जल्दी हटिए और पोजिशन ले लिया। तब जाकर डीजीपी ने अपना परिचय दिया। इनता सुनकर दोनों ने सॉरी बोला और सैल्यूट ठोका।
एक ने कहा हां सर, आपको टीवी पर देखा है। दोनों को धन्यवाद देकर डीजीपी आगे बढ़ गए और महिला पुलिसकर्मी परेड के लिए सैंडिस कंपाउंड चली गईं।
डीजीपी ने इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि महिला पुलिस में आत्मबल बढ़ा है। सुबह का वाकया बहुत अच्छा लगा।