“एक महिला अस्पताल में प्रवेश करती है तो उसे सरेआम इस तरह से जलील और अपमानित करने का कानून इजाज़त देता है क्या? बड़ा सवाल कि इस संवेदनशील अस्पताल में संदिग्ध लोग खुलेआम प्रवेश कर रहे हैं। यह महिला किसकी शह पर अस्पताल में धड़ल्ले से आ-जा रही थी, यह भी जांच का विषय है…”
जमशेदपुर (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया, जब एक महिला संतोषी को अस्पताल में मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने धक्के मारकर घसीटते हुए अस्पताल से बाहर निकाल दिया।
वैसे इस महिला पर आरोप है कि महिला द्वारा अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री के नाम पर धौंस जमाया जाता है और अस्पताल कर्मियों को परेशान किया जाता है। वहीं कुछ दिनों पूर्व भी महिला के साथ यहां मारपीट की घटना घट चुकी है।
उस वक्त महिला पर लोगों से मरीजों के नाम पर ठगी करने का आरोप लगा था। उस वक्त भी काफी हो-हंगामा मचा था, बाद में पुलिस ने मामले को शांत कराया और बांड पर महिला को छोड़ा गया था।
बता दें कि यह महिला अस्पताल में लावारिश मरीजों के देखभाल के नाम पर धड़ल्ले से अस्पताल में आती-जाती रहती है। अब इसमें कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है।
वहीं बांड पर छूटने के बाद महिला फिर से अस्पताल में नजर आयी, जिसके बाद अस्पताल में मौजूद होमगार्ड के जवानों ने महिला को धक्के मारकर घसीटते हुए अस्पताल से बाहर निकाल दिया।
इस संबंध में होमगार्ड के जवान का कहना है कि महिला को मंत्री के आदेश पर ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है और अस्पताल में प्रवेश से रोक लगाया गया है। जवान ने बताया कि महिला मंत्री के नाम का लाभ उठाकर अस्पताल के कर्मचारियों को परेशान करने का काम करती थी।
उधर अपमानित होने के बाद महिला सीधे एसएससी कार्यालय पहुंची, जहां उन्होंने जवान द्वारा बदसलूकी करने की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि अस्पताल इलाजरत अपने भतीजे के लिए मास्क और जरुरी दवाइयां पहुंचाने गई थी। जहां जवानों ने उसके साथ बदसलूकी की।
महिला ने बताया कि एसएसपी ने जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है। सवाल ये उठता है कि कोल्हान के इस सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में एक महिला मरीज के साथ दुष्कर्म की घटना घटती है उस वक्त यहां तैनात गार्ड, सुरक्षाकर्मी और कर्मचारी कहां थे।
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