“नीतीश कुमार नाराज इस बात से हैं कि उन्हें जदयू के संगठन को लेकर लगातार गलत जानकारी दी गयी। जदयू के संगठन प्रभारी आरसीपी सिंह ने बिहार के लगभग 73 बजार बूथ यानि मतदान केंद्र पर पार्टी की कमेटी बना लेने का दावा किया था…”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रविवार को जदयू के फ्लॉप शो को लेकर पार्टी सुप्रीमों एवं सीएम नीतीश कुमार काफी बौखलाए हुए हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार नीतीश कुमार की नाराजगी आरसीपी सिंह पर हैं, जिन्हें पूरे बिहार में पार्टी का संगठन खडा करने का जिम्मा दिया गया था। कहा जाता है कि नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को फटकार भी लगायी है।
जदयू में हो रही चर्चा के मुताबिक नीतीश कुमार अपने सबसे खास सिपाहसलार आरसीपी सिंह से खासे नाराज हैं। रविवार को जब गांधी मैदान में भीड़ नहीं जुटी तो नीतीश कुमार ने घर से ही आरसीपी सिंह से मोबाइल पर बात की थी।
पार्टी के एक नेता के मुताबिक नाराज नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह से बेहद तल्ख लहजे में बात की थी। नीतीश ने यहां तक कह दिया कि अगर आरसीपी बाबू से काम नहीं हो पा रहा है तो वे बता दें, नीतीश खुद पार्टी का भी काम देख लेंगे।
हालांकि आधिकारिक तौर पर कोई नीतीश की नाराजगी की पुष्टि करने को तैयार नहीं है। लेकिन जदयू के अंदर चर्चा आम है।
जदयू के एक प्रदेश पदाधिकारी ने कहा कि गांधी मैदान की सभा के मंच से ही नीतीश कुमार की नाराजगी का असर देखने को मिल गया था। आरसीपी सिंह जब बोलने के लिए खडे हुए तो बेहद परेशान दिख रहे थे। आवाज में न जोश था न ही दम। जैसे-तैसे उन्होंने अपना भाषण पूरा करने की रस्म-अदायगी की।
नीतीश कुमार को ये जानकारी दी गयी थी कि पार्टी ने हर विधानसभा क्षेत्र में बूथ अध्यक्ष और सचिव का सम्मेलन कर लिया है। उन सम्मेलनों में सारे लोग आये। अब हर बूथ पर जदयू का अध्यक्ष और सचिव बन गया था। सिर्फ बूथ अध्यक्ष और सचिव ही गांधी मैदान पहुंच जाते तो तकरीबन डेढ लाख लोग हो जाते।
बात सिर्फ बूथ अध्यक्ष और सचिव की ही नहीं है। आरसीपी सिंह ने बिहार के हर पंचायत और प्रखंड में पार्टी की कमेटी बना लेने का दावा किया था। इसके अलावा पार्टी के 27 प्रकोष्ठों की भी कमेटी हर प्रखंड में बना लेने की भी जानकारी नीतीश कुमार को दी गयी थी। पंचायत और प्रखंड कमेटी के साथ साथ प्रकोष्ठों की कमेटी के सदस्यों की तादाद भी तकरीबन डेढ़ लाख होती है।
जदयू के संगठन प्रभारी आरसीपी सिंह ने बिहार में कुल मिलाकर 3 लाख लोगों को संगठन की कमेटियों में शामिल कर लेने का दावा किया था। उनके अलग-अलग लेवल पर सम्मेलन हुए।
खुद नीतीश कुमार ने भी बैठक ली, जिसमें आरसीपी सिंह ने कम से कम दो लाख लोगों के पटना में जुटने का दावा किया था। लेकिन रविवार को गांधी मैदान में जुटे लोगों ने जदयू के संगठन के कागजी ढ़ांचे की पोल खोल दी। अपनी पार्टी के खोखले सांगठनिक ढ़ांचे ने ही नीतीश कुमार को नाराज कर दिया है।
जदयू के जानकारों की मानें तो जदयू में जल्द ही सांगठनिक बदलाव हो सकता है। अब तक अपने मुताबिक जदयू को चला रहे आरसीपी सिंह और उनकी टीम के पर कतरे जा सकते हैं। लेकिन उसके लिए नीतीश कुमार को विकल्प तलाशना पड़ेगा।