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    Tuesday, September 17, 2024
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      आखिर बिहार में कन्हैया पर जारी हमले के क्या है मायने?  

      INR. बिहार की माटी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत राजनीतिक परिवर्तन के लिए शुमार रही है। बात चाहे महान चाणक्य की हो, महात्मा गांधी की हो या फिर लोक नायक जयप्रकाश की… समय दर समय पाटलिपुत्र, नालंदा और वैशाली की ज्योत आवाम की ज्वाला बनाते रहे हैं। क्योकिं आज भी लोकतंत्र की सबसे बड़ी खूबसूरती यही मानी जाती है कि यह हर किसी को अपनी बात कहने का अधिकार देता है……     

      Kanhaiya Kumar 1लेकिन इधर पश्चिम चंपारण से लखीसराय तक भाकपा के युवा तुर्क नेता कन्हैया कुमार पर जिस तरह से फिर एक युवक ने खुद को गांधीजी के हत्यारे गोडसेवादी बताते हुए चप्पल फेंका और मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया, उससे साफ स्पष्ट होता है कि कोई न कोई ऐसी अलोकतांत्रिक शक्ति जरुर सक्रिय है, जो एक भारतीय नागरिक के संवैधानिक अधिकारों को दबाना चाहता है……

      खबर है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जन गण मन यात्रा पर निकले लखीसराय के गांधी मैदान में सीएए के खिलाफ जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और भाकपा नेता कन्हैया कुमार पर भाषण देने के दौरान चप्पल फेंका गया।

      हालांकि चप्पल मंच से टकराकर नीचे गिरा। इस बीच कुछ कार्यकर्ताओं ने खुद को गोडसेवादी बताने वाले हमलावर युवक को पकड़ उसकी पिटाई कर दी। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने युवक को भीड़ से बचाकर हिरासत में ले लिया।

      इसके पूर्व जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार पर हमला करने के मामले में शिवसेना के प्रदेश सचिव सहित दो नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। इनमें शिवसेना प्रदेश सचिव विक्रमादित्य सिंह और व्यावसायिक प्रमुख संजय प्रसाद शामिल हैं।

      kanhaiya kumarविक्रमादित्य सिंह को नवादा थाना क्षेत्र के बहिरो, जबकि व्यवसायिक प्रमुख संजय प्रसाद की गिरफ्तारी महादेवा रोड से की गयी। इसमें दस नामजद व 15 अज्ञात को आरोपित किया गया है।

      कन्हैया कुमार की ओर चप्पल उछालने वाले युवक का कहना है कि ”कन्हैया देश का गद्दार है। वह देश में दंगा भड़काना चाहता वामपंथ की विचारधारा कभी काम नहीं आएगी। हम उसे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे।”

      आरोपी युवक ने कहा कि “हम उन्हें किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे। हम गोडसेवादी हैं…हम अकेले ही कन्हैया को खत्म करने के लिए काफी हैं तो किसी को साथ लेकर क्यों चलें। जब आरोपी युवक से भीड़ द्वारा पिटाई किए जाने पर सवाल किया गया तो उसने कहा कि देशभक्तों को किसी बात की चिंता नहीं होती है।”

      इधर बढ़ते हमले के बीच बिहार भाकपा ईकाई ने जे़एऩयू़ छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर हो रहे हमले की निन्दा करते हुए सरकार से कन्हैया कुमार की सभाओं में कड़ी सुरक्षा देने की मांग की है।

      भाकपा का सीधा आरोप है कि कन्हैया कुमार एऩआऱसी़, सी़ए़ए़, एऩपी़आर के खिलाफ पटना में आयोजित 29 फरवरी की राज्य स्तरीय रैली की तैयारी के लिए बिहार दौरे पर हैं। उनकी सभाओं से सत्तापक्ष बौखलाया हुआ है। इसलिए कन्हैया पर हमला तेज हो गया है।

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