” अखबार में हॉकर का काम करने वाला नीरज अपने ग्राहकों के प्रति काफी सजग रहता था। समय पर ग्राहकों को अखबार पहुंचाने के साथ मधुर संबंध बनाए रखना नीरज की सबसे बड़ी खासियत थी। एक ग्राहक के अनुरोध पर नीरज हिन्दुस्तान अखबार में छपे कुपन को बिहारशरीफ पहुंचाने को न केवल तैयार हुआ बल्कि, एक ग्राहक के घर पर रखी बाइक भी विश्वास में ले लिया। उसी बाइक पर पास के ही एक व्यक्ति को बैठाकर बिहारशरीफ जा रहा था, तभी दुर्घटना का शिकार होकर मौत को गले लगा लिया। “
हिलसा (चन्द्रकांत)। नालंदा जिले के एकंगरसराय-हिलसा मुख्यपथ पर हुई हादसे में एक बाईक सवार की जहां मौत हो गई। वहीं बुरी तरह से जख्मी हुए दूसरे बाईक सवार को बेहतर इलाज के लिए पटना भेजा गया। यह घटना गुरुवार को करीब ग्यारह बजे गुलनी गांव के निकट हुई।
प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक हिलसा से बाइक पर सवार दो युवक एकंगरसराय की ओर जा रहा था। ठीक उसी समय परशुराय प्रिंस नामक बस एकंगरसराय से हिलसा ओर आ रहा था। तभी अचानक बाईक दो खंड में टूट गया। बाईक का अगला हिलसा सीधे बस में जा घुसा जबकि पिछला हिस्सा सड़क के पश्चिम तरफ चला। बाइक पर सवार दोंनो युवक सड़क पर लुढकते-लुढकते सड़क के किनारे पहुंच गया। जब तक लोग पहुंचते तब तक गंभीर रुप से घायल बाइक सवार में से एक की मौत हो चुकी थी। जबकि दूसरा दर्द से कराह रहा था।
आसपास के लोग राहगीरों की मदद से घायल को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया। आसपास के लोगों के जुटने के बाद मृतक की पहचान चिकसौरा थानाक्षेत्र के चिकसौरा बाजार निवासी नीरज रविदास तथा गंभीर रुप से जख्मी पिंटु चौधरी के रुप में हुई। चिंताजनक स्थिति में रहे पिंटु चौधरी को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया।
कारु का कमाऊ लड़का था नीरज
वाहन दुर्घटना में मौत की चपेट में आने वाला नौजवान नीरज रविदास अपने पिता कारु रविदास का सबसे कमाऊ लड़का था। मूलत: चिकसौरा थानाक्षेत्र के चिकसौरा बाजार निवासी कारु रविदास के पांच बच्चों में नीरज तीसरा संतान था।
हर रोज साइकिल से करीब ग्यारह किमी की सफर तय कर नीरज हिलसा आता था। हिलसा से अखबार का बंडल ले जाकर गांव जबार में बेचने के बाद घरेलू काम के अलावा पढाई करता था। कारु का बड़ा लड़का सूरज बीए कर ट्यूशन पढता है। जबकि दूसरा लड़का धीरज मजदूरी करता है। चौथा लड़का लड्डू और पांचवी संतान में विभा अभी नाबालिग है।
बेटे की मौत से टूट चुकी सरिता बार-बार हो जा रही थी बेहोश
अपने नौजवान और कमाऊ बेटे नीरज की मौत से सरिता देवी पूरी तरह से टूट चुकी थी। वाहन दुर्घटना में बुरी तरह घायल होने की खबर पर हिलसा थाना पहुंची सरिता जब बेटे नीरज को मृत देखी तो मानों उस पर पहाड़ टूट पड़ा।
शव को देखते ही चित्कार मारकर रोने वाली सरिता बार-बार बेहोश हो जा रही थी। सरिता के कलेजे से निकल रही आंसूओं की धार को देख हर लोगों का कलेजा फट जा रहा था। कोई भी कुछ बोलने की स्थिति में नहीं था। हर लोगों के चेहरे पर दुख: का भाव स्पष्ट झलक रहा था।
ग्राहक का कूपन पहुंचाने बिहारशरीफ जा रहा था नीरज
अखबार में हॉकर का काम करने वाला नीरज अपने ग्राहकों के प्रति काफी सजग रहता था। समय पर ग्राहकों को अखबार पहुंचाने के साथ मधुर संबंध बनाए रखना नीरज की सबसे बड़ी खासियत थी।
एक ग्राहक के अनुरोध पर नीरज हिन्दुस्तान अखबार में छपे कुपन को बिहारशरीफ पहुंचाने को न केवल तैयार हुआ बल्कि, एक ग्राहक के घर पर रखी बाइक भी विश्वास में ले लिया।
उसी बाइक पर पास के ही एक व्यक्ति को बैठाकर बिहारशरीफ जा रहा था, तभी दुर्घटना का शिकार होकर मौत को गले लगा लिया।
‘हिन्दुस्तान’ अखबार के सच्चे सहयोगियों में से एक था नीरज
बाईक दुर्घटना में आकर मौत को गले लगाने वाला नौजवान नीरज भले ही आमलोगों के लिए जो भी हो लेकिन ‘हिन्दुस्तान’ अखबार के सच्चे सहयोगियों में से एक था। उग्रवाद प्रभावित इलाके के रुप में चर्चित चिकसौरा निवासी युवक के चेहरे पर न कोई खौफ था और न ही आलस।
तकरीबन ग्यारह किमी की दूरी साईकिल से सफर कर नीरज हर-रोज हिलसा आता था। सबसे अधिक हिन्दुस्तान अखबार सुदूरवर्ती इलाके में बेचा करता था। पिछले माह हिलसा में सेल्स मैनेजर सुशील कुमार, अभिकर्ता अजीत कुमार एवं संवाददाता चन्द्र कान्त सिंह के साथ हिन्दुस्तान अखबार के सहयोगियों की बैठक में नीरज अपने दमखम का भी एहसास कराया।
अचानक नीरज के बाइक दुर्घटना में मौत से सभी महर्मात है। सभी सहयागियों ने मृतात्मा की शांति की ईश्वर से प्रार्थना की।
संवेदना व्यक्त करने वालों में सुशील कुमार, अजीत कुमार, चन्द्र कान्त सिंह, प्रेम कुमार, धनंजय कुमार उर्फ गुरुजी, भूषण कुमार, नीतीश कुमार, मुकेश कुमार, शब्बीर कुमार, विकास कुमार, मिठु कुमार एवं श्रवण कुमार आदि शामिल हैं।
मृतक नीरज के परिजनों को मिलेगा हर सरकारी लाभ
बाइक दुर्घटना में मारे गए अखबार के हॉकर नीरज कुमार के परिजनों को हर सरकारी लाभ दिया जाएगा। इसकी बीडीओ डॉ अजय कुमार ने दी।
उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों को कबीर अंत्येष्ठी योजना के लाभ के साथ-साथ आपदा प्रबंधन विभाग से चार लाख रुपये की सहयोग राशि दी जाएगी। इसके अलावा अन्य सरकारी सहायता भी मृतक नीरज के परिजनों का दिया जाएगा।