पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार इस बार पहली सूची में बिहार के 255 सीओ की ट्रांसफर-पोस्टिंग हुई है। जिसमें प्रायः प्रभारी अंचलाधिकारी शामिल हैं। कई राजस्व पदाधिकारी को भी अंचलाधिकारी का पदभार दिया गया है।
हालांकि जून महीने में हर साल बड़े पैमाने पर ट्रांसफर पोस्टिंग होती रही है। लेकिन इस बार की हेरफेर में नजदीकी बिहार विधानसभा चुनावी समीकरण का भी खास ध्यान रखा गया है। इसमें एंटी अपोजिशन भी टारगेट में दिख रहे हैं।
सूची के विश्लेषन से साफ जाहिर होता है कि ‘धन-बल-छल’ के साथ ‘कल’ की रणनीति अपनाते हुए भाजपा-जदयू ने जातीय-क्षेत्रीय चुनाव प्रभाव के आधार पर ही अंचलाधिकारी, प्रभारी अंचलाधिकारी, सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, प्रभारी सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी और राजस्व अधिकारियों की पदास्थापना हुई है।
इस तबादले में सत्तारुढ़ विधायकों-नेताओं की अनुसंशा का विशेष ध्यान रखा गया है। हालांकि कई प्रभावशाली जनप्रतिनिधियों या संभावित प्रत्याशियों की नीजी ईच्छा को दरकिनार भी किया गया है। आगे भी ऐसे थोक तबादले अन्य महकमे में होने की संभावना है।