✍️मुकेश भारतीय / एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क
समूचे देश में लॉकडाउन है। हर एक नागरिक आशंका में जी रहा है। लेकिन सब एकजुट होकर उस जंग के खिलाफ खड़े हैं, जो सिर्फ कोरोना वायरस जैसे भय का बड़ा अहसास है। प्रत्यक्ष भी है और अप्रत्यक्ष भी।
ऐसे में आज अहले सुबह करीब 6 बजे एक कॉल आया। नबंर अननोन थी। 3 बार मैंने इग्नोर किया। सुबह-सुबह की आलस एक बड़ी भूल होती है। इसी बीच ट्रूकॉलर में लोकेश कुमार झा नाम देख भूल का अहसास हुआ। लगा कि जरुर कोई परेशानी है। अर्धसुसुप्तास्था में रीकॉल करने ही वाला था कि फिर उसी नबंर से कॉल आ गया।
दरअसल श्री लोकेश कुमार झा नई दिल्ली स्थित बिहार भवन सहायता नियंत्रण केन्द्र में सहायक निदेशक हैं। उन्होंने बताया कि आपके फेसबुक वाल पर ‘वेल्लूर में फंसे हैं नालंदा के 10 लोग’ समाचार देखा है। बड़ी मुश्किल से आपका नंबर फेसबुक से ही मिला है। अगर पीड़ित लोग का नबंर है तो दें। बिहार भवन पीड़ितों से संपर्क कर समस्या का हरसंभव त्वरित निदान करेगी।
मैंने थोड़ी देर में इस्लामपुर के स्थानीय पत्रकार रामकुमार वर्मा जी से नबंर लेकर उन्हें उपलब्ध कराया। करीब एक घंटे बाद लोकेश जी का पुनः कॉल आया।
उन्होंने बताया कि बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त विपिन कुमार के नेतृत्व में तमिलनायडू सरकार और वेल्लूर प्रशासन के वरीय अफसर से बात कर पीड़ित सभी लोगों की समस्या का निदान करवा दिया गया है। वे रोज उनकी खैर लेते रहेंगे। आगे उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी।
लोकेश जी ने मुझसे भी अनुरोध किया कि आप दिए गए नंबर पर खुद बात कर लें कि कोई समस्या तो नहीं रह गई है। सबसे संपर्क बनाए रखें। यह बिहार के सम्मान की बात है। इस कोरोना मुसीबत में एक भी शिकायत हम सबके लिए कलंक होगी। सहयोग करें।
बता दें कि हमारी नेटवर्क की एक्सपर्ट मीडिया न्यूज की बेवसाईट पर बीती देर रात “CMC वेल्लूर में फंसे हैं नालंदा के 10 लोग, नहीं मिल रहा भरपेट भोजन, पैसे भी खत्म” शीर्षक से एक समाचार प्रकाशित हुई थी।
उस समाचार में उल्लेख था कि नालंदा जिले के इसलामपुर थाना के मिरजान विगहा गांव निवासी सत्येंद्र प्रसाद का चचेरा भाई श्यामनंदन प्रसाद अपने पीड़ित रिश्तेदार का ईलाज करवाने तामिलनाडू के सीएमसी अस्पताल गया था और अचानक लॉकडाउन होने के कारण वहीं फंस गया हैं।
औंगारी ओपी के पारीख गांव निवासी लक्ष्मण यादव के पुत्र उपेंद्र कुमार ने वेल्लूर से मोबाईल पर बताया था कि 14 मार्च को रिश्तेदार श्यानंदन प्रसाद के साथ तामिलनाडू के वेल्लुर जिला के कृश्चन मेडिकल कॉलेज हास्पीटल वेल्लूर आए थे।
वहां से कुछ दिनों बाद घर जाने के लिए छुटी दे दी गई। लेकिन अचानक लॉकडाउन की वजह से यहां 10 लोगों के साथ फंसे हुए हैं।
फंसे लोगों में इसलामपुर के रामजन्म सिंह, पुनम देवी, सेरथुआ डीह गांव के सरीता देवी, शंकरविगहा गांव के नीलम कुमारी, जलंधर कुमार, गया जिला के नीमथु गांव निवासी विकास कुमार, विकुगंज वथानी के शहवीर प्रसाद शामिल हैं।
उन्होंने बताया था कि पैसा खत्म हो गया है और उन्हें भरपेट खाना भी नहीं मिल रहा है। वहां के प्रशासन द्वारा मदद करने का सिर्फ अश्वासन दिया गया। उन्होंने बिहार सरकार से समस्या समाधान की मांग की थी। सबने मदद की गुहार की एक वीडियो भी भेजी थी।
बहरहाल, हम एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क के प्रधान संपादक की हैसियत से बिहार भवन के सभी वीर-वाकुंरों का सम्मान करते हैं, जो देश सेवा में जी-जान से जुटे हैं। उनसे जुड़ी हर सूचनाएं आप तक पहुंचाते रहेंगे।
क्योंकि हमने लोकेश जी के संपर्क के बाद बिहार भवन नियंत्रण कक्ष से जुड़ी सुचनाओं का अवलोकन किया। उसके बाद हम सिर्फ इतना ही कहने की स्थिति में हैं कि शुक्रिया लोकेश जी, आभार विपिन जी, बिहार भवन की इस तत्परता को सलाम। इस मुश्किल घड़ी में अपनों की, राष्ट्र की, सेवा में जुटे रहें।