“वेशक इस पूरे मामले ओरमांझी पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल उठा दिए हैं। एक गंभीर मामले की प्राथमिकी तत्काल दर्ज कर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। पुलिस 4 दिनों तक आरोपी बदमाशों को पीड़ित के साथ समझौता करने की बात बोल क्यों बचाती रही और वह अभी तक एक भी आरोपी को दबोचने में क्यों विफल है। यदि आरोपी बदमाश फिर कोई गंभीर वारदात को अंजाम देते हैं या पुलिस की लापरवाही से मानसिक रुप से परेशान पीड़ित युवक आत्महत्या जैसी कदम उठा लेता है तो इसकी जिम्मेवारी से पुलिस कैसे बचेगी…
रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। ओरमांझी थाना क्षेत्र के चकला गांव में एक 20 वर्षीय युवक की जमकर पिटाई की गई। थाना में शिकायत करने पर दोबारा पिटाई हुई। जब बेटे की पिटाई और थाना में मामला दर्ज नहीं किए जाने से आहत मां रूमा देवी थाने में ही रोने लगी। पिटाई का शिकार युवक थाना परिसर में आत्महत्या का प्रयास करने लगा, तब कहीं जाकर घटना के पांचवें दिन बाद मामला दर्ज किया गया।
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार इस वारदात को चकला गांव निवासी जफर अंसारी, असद अंसारी, कैसर अंसारी, शनि अंसारी, शमद अंसारी, मतिकुर अंसारी और मलिक अंसारी आदि ने अंजाम दिया है।
कहते हैं कि युवक की बेरहमी से अधमरा होने तक पिटाई कर उससे मोबाईल व पांच हजार रूपये भी छिन लिए गए। पिटाई के बाद अभी भी उसके शरीर में जख्मों के निशान साफ झलक रहे हैं।
लेकिन अभी तक पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोप है कि कुछ दलालों के साथ पुलिस भी मामले को रफा-दफा करने में जुटी है और पीड़ित युवक पर ही युवक ही दबाव बना रही है।
पीड़ित युवक ने रांची दर्पण को बताया कि उसे बेरहमी से पीटा गया। थाना में तत्काल शिकायत दर्ज नहीं की गई। उसे भगा दिया गया। पांचवें दिन केस दर्ज किया गया। लेकिन उसी दिन केस उठा लेने की बात कहते हुए आरोपी युवकों ने फिर बेरहमी से पिटाई की। फिर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। अगर कार्रवाई नहीं की गई तो वह आत्महत्या कर लेगा।
पीड़ित युवक आकाश कुमार सिन्हा के पिता विजय सिन्हा जैविक उद्यान के पास सम्राट होटल में गार्ड का काम करते हैं। और इन दिनों लॉकडाउन के कारण घर पर बैठे हैं। इस दौरान मंजूर अंसारी की जमीन की रखवाली कर उनका बेटा आकाश ही परिवार का भरन-पोषण कर रहा था।
दरअसल, बीते 12 जून को चकला निवासी कैसर निहार के खेत से एक सिंचाई मोटर की चोरी हो गई थी। 13 जून की रात 11 बजे के करीब कैसर के साथ पहुंचे और सभी आरोपितों ने गार्ड आकाश की तब तक काफी बेरहमी से पिटाई करते रहे, जब तक वह अधमरा न हो गया।
बकौल आकाश, उस चोरी में किसी टुपला नामक युवक का नाम जबरन लेने के लिए कहा जा रहा था। रात 11 बजे से 2 बजे तक उसकी पिटाई की गई। पिटाई के बाद सुबह आकाश थाना पहुंचा और पिटाई करने वालों के खिलाफ लिखित शिकायत दी।
पिटाई के कारण 14 जून को वह काम पर भी नहीं जा सका। 15 जून को जब वह काम में जा रहा था तो रास्ते में रोक कर फिर पिटाई की गई। पिटाई करने वाले थाना में शिकायत करने से नाराज थे और समझौता करने के लिए दबाब बना रहे थे।
इधर पीड़ित युवक के परिजन मामला दर्ज कर कार्रवाई कराने के लिए लगातर थाना पहुंच रहे थे। उधर आरोपित पक्ष के लोग जबरन समझौता के लिए लगातार दबाब बना रहे थे। आकाश जब दो दिन बाद थाना आया था। उस समय आरोपित पक्ष के कुछ लोग थाना से ही उसे जबरन कार में बैठा कर ले गए और समझौता करने के लिए दबाब बनाने लगे।
उसने बताया कि समझौता करने के लिए उससे छिने पांच हाजर रूपये में चार हजार वापस भी कर दिया गया है। वहीं बुधवार को परिजन के साथ थाना पहुंचे आकाश मामला दर्ज नहीं होता देख आत्महत्या करने के लिए थाना से जाने लगा। जिसके बाद उसके पिता व अन्य युवक पकड़ कर उसे समझाया। लेकिन वह समझौता नहीं चाहता है। वह दोषियों पर कार्रवाई चाहता है। लेकिन आरोपी के पक्षकार उस पर तरह-तरह के दबाव बना रहे हैं। अगर कार्रवाई नहीं हुआ तो वह आत्महत्या कर लेगा। क्योंकि पिटाई के बाद पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से आत्मग्लानी हो रही है।