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    Saturday, April 20, 2024
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      नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज में रैगिंग पर अब रहेगी ‘तीसरी नज़र’

      चंडी (संजीत कुमार)। नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज में बढ़ती रैगिंग की घटनाओं से परेशान कॉलेज प्रशासन ने रैगिग पर रोक लगाने को लेकर एंटी रैगिग कमिटी की एक महत्वपूर्ण  बैठक हुई। इस बैठक में कॉलेज और कॉलेज से बाहर जूनियर छात्रों की हो रही रैगिग पर चिंता व्यक्त की गई। जिसकी अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य सीबी महतो ने की।

      chandi collage news 1 1बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कॉलेज कैंपस में रैगिग रोकने के लिए एक महीने के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इससे रैगिग पर नजर रखी जाएगी ।

      उन्होंने बताया कि कॉलेज में किसी प्रकार का  ड्रेस कोड लागू नहीं है। प्रथम वर्ष के छात्रों की पहचान के लिए सीनियर छात्रों ने ड्रेस कोड की परंपरा शुरू की थी। ड्रेस कोड की ही वजह से जूनियर छात्र रैगिग का शिकार होते रहे हैं। अब प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए कॉलेज में सीनियर द्वारा जारी ड्रेस कोड  हटा  दी गई है। वे भी सीनियर की तरह अपने मनपसंद ड्रेस में कॉलेज आ सकते हैं।

      उन्होंने कहा कि अगर कोई छात्र रैगिग का दोषी पाया जाता है तो छात्र के साथ – साथ अभिभावक पर भी कार्रवाई की जाएगी।

      प्राचार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि एआईसीटीई का साफ निर्देश है कि रैगिग किसी भी हालत में बर्दाश्त नही किया जा सकता है। अगर कोई छात्र रैगिग में शामिल है तो उसके साथ उसके अभिभावक भी इसके लिए  जिम्मेदार होंगे। क्योंकि अभिभावकों के हलफनामे में स्पष्ट है कि रैगिग मामले में उनके पुत्र का नाम आता है तो अभिभावक पर भी एफआईआर किया जाएगा।

      कॉलेज में एंटी रैगिग रिकॉर्ड का गठन किया गया  है।कॉलेज कैंपस में फैकल्टी की भी जिम्मेदारी बनती है कि वे रैगिग पर नजर रखें। चाहे वह क्लास रूम हो या कॉलेज कैंपस।

      प्राचार्य ने कहा कि सिर्फ कॉलेज परिसर ही नहीं कॉलेज से बाहर भी रैगिग की शिकायतें रोकने के लिए कॉलेज प्रशासन की ओर से एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया जाएगा। उस नम्बर पर पीड़ित छात्र या कोई भी रैगिग की शिकायत कर सकता है।

      प्राचार्य ने कहा कि कॉलेज में एक स्वच्छ वातावरण बनाना हम सब की जिम्मेदारी है।रैगिग में समय बर्बाद न कर सीनियर अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें। अपना और कॉलेज का नाम रौशन करें।

      इस बैठक में ब्रहचारी प्रसाद,  नीरज कुमार, डा.केपी वर्मा, जयंत कुमार, विनय कुमार सिंह, एके सिंह समेत कई शिक्षक उपस्थित हुए।

      बताते चलें कि कॉलेज में रैगिग को लेकर आधा दर्जन छात्रों समेत कई अज्ञात छात्रों पर एफआईआर हो चुका है। यहाँ तक कि सीनियर बसों तथा कॉलेज जाने वाले रास्ते में भी जूनियर की रैगिग से बाज नही आते थे । छात्र तो छात्र छात्राएँ भी रैगिग में शामिल रही है। पिछले सत्र में भी कई छात्राओं पर रैगिग में शामिल होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है।

      अब देखना है कॉलेज प्रशासन द्वारा ली गई इस निर्णय के बाद रैगिग पर कितना लगाम लगता है।

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