बिहारशरीफ (डॉ. अरुण कुमार मयंक)। केन्द्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों और छात्रों को वापस लाने के लिए आदेश दे दिए हैं। इसके बाद नालंदा जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है।
पटना पहुंचने वाली बिहार की पहली ट्रेन से नालंदा के सैकड़ों छात्र व मजदूर आ रहे हैं। पटना से इन्हें बिहारशरीफ लाने के लिए परिवहन विभाग ने जिले से 3 बसें पटना के लिए भेजी हैं।
बिहारशरीफ से साढ़े तीन किलोमीटर दूर नगर से बिल्कुल बाहर गोलापुर स्थित हवाई अड्डा है। इसी गोलापुर हवाई अड्डा में वाहन कोषांग बनाया गया है।
यहां सभी प्रवासी मजदूरों की पहले एंट्री कराई जाएगी। इसके बाद सभी मजदूरों का यहां पर रजिस्ट्रेशन और स्क्रीनिंग कराया जाएगा।
राज्य के बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों को सर्वप्रथम गोलापुर स्थित हवाई अड्डा में लाया जाएगा। सरकार की ओर से मजदूरों को हर संभव मदद करने की घोषणा की गई है।
मजदूरों का यहां रजिस्ट्रेशन के बाद स्क्रीनिंग कराया जाएगा। साथ ही मजदूरों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है। मजदूरो में किसी प्रकार के कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद उन्हें क्वॉरेंटाइन और आइसोलेशन में भेजा जाएगा।
नालंदा के प्रवासी मजदूरों की संख्या को लेकर जिला प्रशासन को लगातार लिस्ट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। बिहार के बाहर सभी राज्यों से जो मजदूर वापस आने के लिए तैयार हैं, उनकी लिस्ट धीरे-धीरे मिल रही है। सभी मजदूरों को वाहनों से लाया जाएगा। परिवहन विभाग ने उसकी पूरी तैयारी कर रखी है।
बिहार के विभिन्न बॉर्डर जैसे कैमूर, गोपालगंज, नवादा, पटना से प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए यहां से बसें भेजी जा रही हैं। प्रवासी मजदूरों को लाने की प्रक्रिया लगातार चलती रहेगी।
परिवहन विभाग ने इसके लिए 25 बसों की व्यवस्था की है। आज ही रात में जयपुर से आने वाले सैकड़ों प्रवासी आने वाले हैं।