“बिहार सेंट्रल पुलिस रेंज के डीआईजी राजेश कुमार ने सिपाही-हवलदारों के उपर भी लगाम लगाने की तैयारी कर दी है। अब पोस्टेड एक-एक सिपाही और हवलदार ड्यूटी करते हुए दिखेंगे……….”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। पुलिस लाइन में पोस्टेड अधिकांश सिपाही-हवलदार अपने खुद की मर्जी से काम करते हैं। कई बार अपने सीनियर को बताए वो गायब भी हो जाते हैं। ड्यूटी करने में आना कानी करते हैं। लेकिन अब इनकी मनमानी नहीं चलेगी।
डीआईजी के अनुसार पटना पुलिस लाइन में कुल 9000 सिपाही और हवलदार पोस्टेड हैं। इसमें डीएपी, बीएमपी, सैप और होमगार्ड के जवान शामिल हैं। इन्हें अब अलग-अलग सेक्शन में बांटा जाएगा।
कुल 1200 सेक्शन का गठन किया जाएगा। हर एक सेक्शन में 5 सिपाही और हवलदार शामिल होंगे। इनमें जो सीनियर होगा, उसे अपने सेक्शन का इंचार्ज बनाया जाएगा।
वेशक, डीआईजी ने एक बार फिर से ठोस और कारगर कदम उठाया है। यह नई व्यवस्था पटना जिले के अंदर पुलिसिंग को और मजबूत व इफेक्टिव बनाने के लिए की जा रही है।
डीआईजी ने 20 फरवरी तक पटना की एसएसपी गरिमा मलिक को सेक्शन बनाने का काम पूरा करने को कहा है। सिपाही-हवलदारों का हर एक सेक्शन पूरे एक साल के लिए होगा। केस के खुलासे से लेकर पेट्रोलिंग और छापेमारी में इनसे काम लिया जाएगा। लॉ एंड ऑर्डर को भी दुरूस्त किया जा सकेगा।
बड़े थानों को 7 सेक्शन दिए जाएंगे। छोटे थानों और आउट पोस्ट को 5 सेक्शन, जबकि पुलिस लाइन के पास 100 सेक्शन रिर्जव में रहेगा। 200 सेक्शन पटना की ट्रैफिक पुलिस को दिया जाएगा।
वहीं, 100 सेक्शन को अलग-अलग चौक-चौराहों पर गाड़ियों की चेकिंग व क्राइम कंट्रोल के लिए लगाया जाएगा। 100 सेक्शन वार्ड पुलिसिंग के लिए दिए जाएंगे। अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए 20 सेक्शन पटना के एएसपी ऑपरेशन को दिया जाएगा।
20 सेक्शन खास तौर पर दानापुर, बिहटा और नौबतपुर में अपराधियों की गिरफ्तारी और क्राइम कंट्रोल के लिए दिया जाएगा। सभी एसडीपीओ को एक-एक सेक्शन फोर्स दिया जाएगा। जबकि 20 सेक्शन फोर्स बतौर एसओजी के रूप में पटना की एसएसपी को दिया जाएगा।
बाढ़ एसडीपीओ को अलग से 20 सेक्शन फोर्स दिए जाएंगे। तीनों सिटी एसपी और ग्रामीण एपी एसपी को 10-10 सेक्शन फोर्स उपलब्ध कराया जाएगा। बाकि बचे सेक्शन को पुलिस लाइन में अलग से रखा जाएगा।
डीआईजी ने साफ किया कि जरूरत पड़ने पर सेक्शन के एक जवान छुट्टी पर जा सकेंगे, जबकि 4 जवानों को ड्यूटी करनी होगी। (स्रोतः BeforePrint.com)