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    Wednesday, April 17, 2024
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      नक्सलियों ने पुलिस टीम पर बरसाई गोलियां, दारोगा समेत 4 पुलिसकर्मी शहीद

      इस कायराना वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सली भागने में सफल रहे। लोहरदगा एसपी प्रियदर्शी आलोक भी सदल-बल घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। लातेहार पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। सीआरपीएफ के जवानों ने घटनास्थल पर पहुंचकर मोर्चा संभाला। पुलिस की ओर से भी 60 से 70 राउंड गोली चलाए जाने की सूचना है………”

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। झारखंड में विधानसभा चुनावों के बीच बड़ा नक्सली हमला हुआ है। इस हमले में एक एएसआइ समेत चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए। यह हमला लातेहार में हाईवे पर पेट्रोलिंग कर रही पुलिस पार्टी पर बीती रात करीब 9 बजे हुआ है।

      इस नक्सली वारदात में जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों में एक दारोगा और होमगार्ड के तीन जवान बताए गए हैं। शहादत देनेवालों में एएसआइ सुकरा उरांव, होमगार्ड चालक यमुना प्रसाद, होमगार्ड जवान सिकंदर सिंह और होमगार्ड जवान शम्भू प्रसाद शामिल हैं।

      na1वारदात को लोहरदगा-लातेहार की सीमा पर लुकइया गांव के पास नक्सलियों ने अंजाम दिया है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस के जवान पहुंचे हैं। नक्सलियों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है।

      इधर मुख्‍यमंत्री रघुवर दास ने लातेहार में वीर जवानों पर किए गए हमले को कायरता बताया है।

      सीएम ने इस नृशंस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा झारखंड और देश बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।

      पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कमल नयन चौबे ने इसे नक्सलियों की कायराना हरकत बताया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त लोगों की आवाजाही को देखते हुए शुक्रवार की रात विशेष पेट्रोलिंग की जा रही थी।

      रास्ता क्लियर कराने के दौरान ही नक्सलियों ने छुपकर पुलिस बल पर हमला कर दिया, जिसमें पदाधिकारी व जवानों की क्षति हुई है। नक्सलियों की इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उनकी तलाश में सर्च अभियान जारी है।

      जानकारी के अनुसार पीसीआर की हाइवे पेट्रोल गाड़ी में एएसआइ सुकरा उरांव के अलावा होमगार्ड के चालक जमुना प्रसाद व होमगार्ड के तीन अन्य जवान सिकंदर सिंह, शंभु प्रसाद व दिनेश राम थे।naxal attack latehar

      पेट्रोलिंग के क्रम में चंदवा थाना क्षेत्र में लोहरदगा सीमा पर लुकुइया गांव मोड़ के पास नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में एएसआइ, चालक व एक जवान सिकंदर सिंह मौके पर ही शहीद हो गए।

      जवान शंभू प्रसाद गंभीर रूप से जख्मी हो गए, जिनकी बेहतर इलाज के लिए रिम्स ले जाने के क्रम में रास्ते में मौत हो गई। वहीं, एक जवान दिनेश राम ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।

      सूचना मिलते ही लोहरदगा एसपी प्रियदर्शी आलोक भी सदल-बल घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। लातेहार पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। सीआरपीएफ के जवानों ने घटनास्थल पर पहुंचकर मोर्चा संभाला। पुलिस की ओर से भी 60 से 70 राउंड गोली चलाए जाने की सूचना है।

      घटना के बाद पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। पुलिस के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं जवान इलाके में रात में ही सर्च अभियान में जुट गए हैं।

      नक्सलियों के इस हमले में भाजपा के प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू बाल-बाल बच गए। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने बताया कि वे पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ मेदिनीनगर से रांची लौट रहे थे। चंदवा से जैसे ही आगे बढ़े, वहां रात करीब साढ़े आठ बजे के आसपास पुलिस व नक्सलियों के बीच गोलीबारी चल रही थी। उन्होंने किसी तरह गाड़ी पीछे कर लोहरदगा की तरफ भागने में सफलता पाई।

      केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को लातेहार और लोहरदगा में चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। दोनों कार्यक्रमों में उन्होंने राज्य से नक्सलवाद के खात्मे का दावा किया था। शुक्रवार को लातेहार और लोहरदगा की सीमा पर ही नक्सलियों ने इस वारदात को अंजाम दिया।NAKSALI HAMLA 1

      लातेहार जिले में चुनावी माहौल में लंबे समय बाद पुलिस को टारगेट किया गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि 25 वर्ष पूर्व तक प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों की ओर से चुनाव बहिष्कार का पूरा असर दिखता था। उस समय नक्सलियों की ओर से बराबर पुलिस टीम पर हमले किए जाते थे।

      वर्षों पहले नक्सलियों ने पुलिस बस को बम विस्फोट से उड़ा दिया था। घटना में 10 जवान शहीद हुए थे। इस घटना के बाद से नक्सलियों ने चुनाव के दौरान पुलिस पर हमले करने की कई बार कोशिश की, लेकिन हर बार पुलिस की कारगर रणनीति के आगे उनकी एक न चली।

      इधर, शुक्रवार को हुई घटना के बारे में स्पष्ट तौर पर कुछ भी बताने से पुलिस के सीनियर अधिकारी परहेज करते रहे। उधर, स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना से 15 मिनट पूर्व भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता लाल प्रतुल नाथ शाहदेव वहां से गुजरे थे। घटना की जानकारी मिलने पर प्रदेश प्रवक्ता ने इसे अफसोसजनक बताया। शाहदेव ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

      गुमला से अपने घर चंदवा लौट रहे चंदवा निवासी मेट्रो फोन नाम की दुकान के संचालक अनूप कुमार ने बताया कि वे दोनों भाई दो कार में सवार होकर अपने परिजनों के साथ चंदवा लौट रहे थे। जब वे लोग लुकुईया गांव के समीप पहुंचे, तो देखा कि पुलिस की पेट्रोलिंग वैन खड़ी है और उस पर दो लोग अत्याधुनिक हथियारों से गोलियां बरसा रहे हैं। हम लोगों को समझ में आया कि उग्रवादी पुलिस को टारगेट कर फायङ्क्षरग कर रहे हैं।

      इसी बीच, मेरे छोटे भाई दिलीप कुमार अपनी कार लेकर घटनास्थल से आगे बढ़ गए। उन्होंने मुझे फोन कर गाड़ी बैक कर पीछे जाने को कहा। मैंने गाड़ी रोकी तो साथ में हथियार लिए ट्रैक सूट पहना हुआ एक व्यक्ति आया और उसने मुझे गाड़ी लेकर आगे बढऩे को कहा। मैंने ईश्वर का नाम लेकर गाड़ी आगे बढ़ा दी और सीधे घर पहुंचा।

      रांची मार्ग पर पुलिस वैन पर हुए हमले के दौरान चली गोलियों की आवाज से पूरा इलाका थर्रा उठा। सड़क के किनारे स्थित दुकानों के शटर गिराकर दुकानदार अपने घरों में दुबक गए। देखते ही देखते पूरे गांव समेत आसपास के इलाके में सन्नाटा पसर गया। घरों में दुबके लोग मामले की जानकारी अपने शुभचिंतकों को देकर घटना में शहीद हुए

      पुलिसकर्मियों के बारे में जानकारी लेते रहे। इधर, घायलों को इलाज के लिए चंदवा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाए जाने की सूचना के बाद भारी संख्या में लोगों की भीड़ अस्पताल परिसर में उमड़ पड़ी।

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