“ऐसे इस बात को लेकर ग्रामीण कुरेचते हैं कि यह मुख्य मंत्री का गृह जिला पड़ता है। फिर भी करोड़ों का बना जलमीनार को जंग खा रहा है। यह दुर्भाग्य पूर्ण है…”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज (रंजीत)। परवलपुर प्रखंड के शंकरडीह पंचायत के मर्दनबिगहा गावँ में करोड़ो की लागत से बनी जलमीनार, जिससे 7- 8 सौ घरों को जहाँ पानी पहुचाया जा सकता है, वह ग्रामीणों को मुहं चिढ़ा रही है। यहां के ग्रामीण पिछले 12 वर्षो से पीने के पानी के लिए लालायित हैं।
उप सरपंच पप्पू रविदास ने बताया कि करोड़ों की लागत से बना यह जलमीनार अगर चालू कर दिया जाता तो इससे मर्दन विगहा, परबलपुर का कुछ भाग लाभान्वित हो सकता था, लेकिन सरकार या उच्चपदाधिकारी का लापरवाही कहिये कि आज तक करोड़ों की लागत से बना यह जलमीनार महज दिखावे की बन कर रह गयी है।
प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय कुमार सिंह ने पूछने पर बताया कि कुछ माह से ही वे इस प्रखंड में पदासीन हैं। वे सारे तथ्यों को समझ कर ही कुछ बता पाएंगे।
हालांकि इस तरह से अभी तक तीन प्रखंड विकास पदाधिकारी का यहां से तबादला हो चूका है, सबका जबाव यही रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि कौन ऐसा रहनुमा इस प्रखंड में आएगा, जो इस गावँ में पानी की समस्या को दूर कर पायेगा। वार्ड नंबर 15, जहाँ मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत नल-जल की स्वीकृति नहीं दिया गया है, वह भी यह कहकर की आपके क्षेत्र में जलमीनार उपलब्ध है।
पंचायत समिति सदस्य-सह उप प्रमुख अक्षय कुमार ने बताया कि कई उच्च पदाधिकारी एवं स्थानीय सांसद, विधायक को इस जलमीनार के बारे में बताया गया था, लेकिन आज तक इस मसले पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
इधर, जलस्तर बहुत नीचे चला गया है। जिससे ग्रामीणों को पीने का पानी की समस्या दिन पर दिन बढ़ते ही जा रही है।