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    Wednesday, April 17, 2024
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      100 करोड़ से नालंदा, राजगीर और बोधगया बुद्धिष्ट सर्किट का विकास

      पर्यटन रोड मैप बनाकर पर्यटन स्थलों का किया जायेगा विकास

       नालंदा ( राम विलास )। बिहार सरकार राज्य के पर्यटन स्थलों के चहुमुखी एवं बहुमुखी विकास के लिए पर्यटन रोड मैप बना रही है। इसी रोड़ मैप के आधार पर पर्यटन एवं तीर्थ क्षेत्रों का विकास किया जायेगा। नालंदा, राजगीर और बोधगया बुद्धिष्ट सर्किट के विकास पर 100 करोड़ रूपये व्यय किये जायेंगे। यह प्रस्ताव भारत सरकार को अनुमोदन के लिए भेजा गया है।  अनुमोदन मिलते ही कार्यारंभ किया जायेगा। राजगीर के घोड़ाकटोरा झील के बीच में भगवान बुद्ध की 70 फीट ऊंची भवय प्रतिमा का निर्माण कराया जायेगा। प्रतिमा का आधार (पैडस्टल) बनकर तैयार हो गया है। इस पर 2199.99 लाख रूपये व्यय किये जायेंगे। बिहार के सभी पर्यटन स्थलों पर देष – दुनिया से आये सैलानियों को स्तरीय सुविधा उपलब्ध कराया जायेगा। सैलानियों के लिए राजगीर, नालंदा, पावापुरी समेत सभी पर्यटन केन्दों में वाटर एटीएम लगाये जायेंगे।

      उक्त जानकारी पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने शनिवार को प्रेस कॉफ्रेंस में दी। मंत्री बनने के बाद वे पहली बार राजगीर आये थे। उन्होंने अधिकारियों के साथ राजगीर, नालंदा और पावापुरी में चल रहे विकास कार्यो की समीक्षा भी की।

      इस बैठक में विधायक राजीव रंजन दांगी, पर्यटन सचिव पंकज कुमार, नालंदा जिलाधिकारी डा. त्याग राजन एसएम, डीआरडीए निदेशक रविन्द्र कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी लाल बाबू सिंह समेत कई अधिक शामिल हुए।

      पर्यटन मंत्री ने कहा कि बिहार के सभी पर्यअन स्थल विष्व स्तरीय है। इन स्थलों पर वैष्विविक सुविधायें वहाल की जायेगी।

      उन्होंने बताया कि  प्राचीन नालंदा में सैलानियों के लिए स्तरीय होटल का निर्माण कराया जायेगा। नालंदा के पर्यटन केन्द्र राजीर नालंदा और पावापुरी में वाटर एटीएम लगाया जायेगा और सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया जायेगा। जैन तीर्थ स्थल कुंडलपुर के विकास पर 48।123 लाख रूप्ये व्यय किये गये हैं।

      उन्होंने कहा कि पर्यटक ग्राम नेपुरा में पर्यटकीय संरचनाओं के निर्माण एवं विकास मद में 61.966 लाख रूपये खर्च किये गये हैं।

      इस अवसर पर जिला पदाधिकारी नालंदा ने बताया कि नालंदा धरोहर के पास 13 वें वित योजना मद से संस्कृति ग्राम, विजिटर सेंटर, रिसार्ट, पुष्करणी तालाब घाट, मेडिटेशन प्लेटफार्म, कैफेटेरिया, टिकट काउंटर, टॉयलेट ब्लॉक और पुष्करणी तालाब का प्रामिनाड का निर्माण 2471.49 लाख की लागत से आरंभ कराया गया था।

      इस निर्माण पर पुरातत्व विभाग ने रोक लगा दी है। इसी प्रकार कुंडलपुर  और पावापुरी में क्रमषः 69.91 लाख और 34.95 लाख की लागत से पार्किंग का निमार्ण कार्य चल रहा है।

      मंत्री ने कहा कि प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय धरोहर के पास के अलावे सूर्यधाम बड़गांव और औंगारी में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया जायेगा। इसके अलावे अन्य सुविधाएं भी उन स्थलों पर विकसित किये जायेंगे।

      उन्होंने बताया कि बुद्ध सर्किट, जैन सर्किट, जानकी सर्किट, सूफी सर्किट सहित कई सर्किट बनाकर राज्य के पर्यटन एवं तीर्थ स्थलों का विकास किय जा रहा है।

      मंत्री ने कहा कि राजगीर और नालंदा में बैट्री चालित वाहन चलाया जायेगा। मुद्रा बैंकिंग सिस्टम के तहत इच्छूक बेरोजगारों को ई रिक्षा खरीदने के लिए अनुदान पर वितीय सहायता प्रदान की जायेगी।

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