“अगर जल्द इन किसानों के प्रति विभाग या सरकार सकारत्मक पहल नहीं करती है, तो किसान उग्र आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे…”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। प्रकृति की मार से बेहाल किसान अब हाथियों के आतंक से दहशत में हैं। हर दूसरे दिन सरायकेला-खरसावां जिले के दलमा की तराई से सटे गांवों को हाथियों का झुंड अपना निशाना बना रहे और घरों में रखे अनाजों के साथ-साथ घरों और इंसानों को भी रौंद रहे हैं।
वहीं सरकारी स्तर पर सुविधाएं नहीं के बराबर इन्हें मिल रही है। जिले के चांडिल क्षेत्र के जंगलों में इन दिनों गजराजों ने अपना ठिकाना बना रखा है और ये गजराज ईचागढ़, चांडिल, चौका, कांड्रा, नीमडीह के अलावे जमशेदपुर के घाटशिला, बहरागोड़ा औक चाकुलिया तक कोहराम मचा रहे हैं।
कभी किसी घर को अपना निशाना बनाते हैं, तो कभी अपनी जद में आनेवाले इंसाक को…। कभी खेतों में बने खलिहानों को तहस-नहस कर डालते तो कभी घर में रखे अनाजों और खेतों में लगी फसलों को रौंद रहे।
इधर वन विभाग इन हाथियों को रोक पाने में नाकाम साबित हो रहा है। वहीं आज चांडिल अनुमंडल के किसानों का सब्र दगा दे गया और आज इन इन किसानों ने चांडिल वन प्रमंडल कार्यालय का घेराव कर सरकारी सुविधाएं तत्काल बहाल करने औऱ प्रभावितों को अविलंब मुआवजा देने की मांग करते हुए वन प्रमंडल पदाधिकारी को घंटों बंधक बनाए रखा।
वहीं किसानों के उग्र रूप को देखते हुए चांडिल वन प्रमंडल पदाधिकारी ने किसानों की मांगों पर एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया।