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    Thursday, April 25, 2024
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      सियासी दांव-पेंच में फंसी मुख्य पार्षद की कुर्सी, फैसला कल

      कुर्सी बचाने में मुख्य पार्षद कामयाब होगी या नहीं। यह फैसला 29 जुलाई को होगा। हालांकि अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले कुछ वार्ड पार्षद नगर से बाहर चले गये है और विरोधी गुट के लोग 7 की जगह 9 वार्ड पार्षद की जुगाड़ में जुटे हैं……..”

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। नालंदा जिले के इस्लामपुर नगर पंचायत के मुख्य पार्षद संगीता साहु की कुर्सी राजनितिक दांव-पेंच मे फंस गई है। जिसका फैसला 29 जुलाई को होगा।

      बताया जाता है कि इस नगर पंचायत में 19 वार्ड है। जिसमें वार्ड संख्या 8 एंव 14 का पद रिक्त पडा है। शेष 17 वार्ड पार्षदो में सात वार्ड पार्षदों के द्वारा मुख्य पार्षद पर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है।

      cheif parshad

      जब से यह अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। तब से राजनितिक सरगर्मी तेज हो गया है और कुछ वार्ड पार्षद दांव- पेंच लगाकर कुर्सी हिलाने के प्रयास में लगे हैं।

      सूत्रों का कहना है कि राजनितिक खिलाड़ी इस कुर्सी पर से मुख्य पार्षद को बेदखल करने के लिए एक से एक हथकंडे अपना कर दो और विरोधी वार्ड पार्षद को साथ करने में लगे है। ताकि उनकी राजनितिक सियासत जिंदा रह सके।

      अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले वार्ड संख्या 5 के वार्ड पार्षद कंचन कुमारी, वार्ड संख्या 6 के वार्ड पार्षद नमीता कुमारी, वार्ड संख्या 7 के प्रतीमा सिंहा, वार्ड संख्या 11 के वार्ड पार्षद गुलेश देवी, वार्ड संख्या 15 के वार्ड पार्षद नाजिया खातुन, वार्ड संख्या 16 के वार्ड पार्षद सरफरा खातुन, वार्ड संख्या 19 के वार्ड पार्षद मैमुन निशा शामिल है।

      इन वार्ड पार्षदों का आरोप है कि मुख्य पार्षद के कार्यकाल में नगर पंचायत क्षेत्र का समुचित विकास कार्य नहीं हो पा रहा है और वार्ड पार्षदों के प्रति इनका रवैया मनमानापूर्ण रहता है। वे वार्ड पार्षदों की बात नहीं सुनते हैं।

      कुर्सी बचाने में मुख्य पार्षद कामयाव होगी या नहीं। यह फैसला 29 जुलाई को होगा। हालांकि अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले कुछ वार्ड पार्षद नगर से बाहर चले गये है और विरोधी गुट के लोग सात की जगह नौ वार्ड पार्षद को जुगाड़ करने में जुटे हैं। ताकि मुख्य पार्षद को कुर्सी से बेदखल किया जा सके।

      इधर तोड़-जोड़ की चल रही राजनितिक से उप मुख्य पार्षद एजाज अहमद भी सकते में पडे हैं। उप मुख्य पार्षद का कहना है कि अविश्वास प्रस्ताव आते ही राजनितिक सरगर्मी तेज हो गई है। जिसके कारण सभी वार्ड पार्षदों के बीच असंमजस की स्थिति बना है।

      ऐसे में कहना मुश्किल होगा कि ऊंट किस करवट लेगी। फिलहाल यह मामला नगर में चर्चा का विषय वना है। इधर मुख्य पार्षद का कहना है कि न्याय के साथ विकास का जीत होगा।

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