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    Thursday, April 25, 2024
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      सर्वाधिक चर्चा के केन्द्र बने दुर्गा पंडाल में लगीं लालू-राबड़ी की यह प्रतिमा

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी एक बार फिर चर्चा में हैं। दरअसल दुर्गा पंडाल में मां के  समक्ष लगी उनकी प्रतिमाओं को लेकर वे चर्चा में हैं।

      इस दुर्गापूजा में उन्‍हें ‘देवी-देवता’ बना दिया गया है। यही नहीं, राबड़ी देवी को ‘राजमाता’ बताया गया है। वहीं पंडाल के अंदर लालटेन से सजाया गया है। लालू-राबड़ी की प्रतिमाओं के हाथ में भी लालटेन को दिखाया गया है। लालटेन राजद का चुनाव चिह्न है।

      झारखंड की एक पूजा समिति ने रांची में दुर्गा पंडालों में राबड़ी देवी और लालू यादव को ‘देवी-देवता’ के रूप में प्रतिष्‍ठापित किया है। राष्‍ट्रीय जनता दल (राजद) की ओर से ट्वीट भी किया गया है और इस पर अंगुली उठाने वाले लोगों पर हमला भी किया गया है।

      lalu rabri in ranchi durga puja pandal 1राजद की पहली ट्वीट है कि झारखंड के नवयुवक संघ को राजद परिवार तहेदिल से आभार प्रकट करता है कि आपने ग़रीबों,उपेक्षितों, उत्पीडितों, उपहासितों, वंचितो के मसीहा लालू जी के सामाजिक कार्यों को कला के माध्यम से रेखांकित करने का सराहनीय कार्य किया है। आप इसके लिए बधाई के पात्र हैं। आपको ढेर सारी शुभकामनाएँ।

      इतना ही नहीं, राजद की ओर से दूसरी ट्वीट किया गया है और मीडिया की ओर से उठाए गए सवाल पर चोट की गई है। दूसरा ट्वीट में उसने लिखा है- 

      ‘आसाराम की पूजा की जा सकती है। राम-रहीम की पूजा की जा सकती है। चिन्मयानंद की पूजा की जा सकती है। पर विवाद तब उठता है जब हाथ जोड़ दुर्गा के सामने खड़े लालू जी और राबड़ी देवी जी की प्रतिमा लगा दी जाती है। विवाद तब उठता है जब कमल की जगह सजावट के लिए पंडाल में लालटेन लगा दिया जाता है।’ 

      रांची के नामकुम में नवयुवक संघ की ओर मां दुर्गा की प्रतिमा को स्‍थापित किया गया है। नवयुवक संघ की ओर से आकर्षक पंडाल बनाए गए हैं। सप्‍तमी को ही मां दुर्गा के पट खुल गए। श्रद्धालुओं की भीड़ वहां उमड़ रही है। लेकिन इस पूजा पंडाल में भक्ति संग सियासत  भी देखने को मिल रहा है।

      इस पूजा पंडाल में बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी की प्रतिमाएं भी देवी-देवताओं की प्रतिमा के संग लगाई गई हैं।

      उधर, जब यह बात सत्‍ता के गलियारे में आई तो पंडाल के आयोजक ने सफाई दी। राजद महासचिव सह पंडाल आयोजक ने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उन्‍होंने कहा कि लालू-राबड़ी प्रतिमा के रूप खुद एक भक्‍त की तरह हाथ जोड़े हुए हैं। वे मां दुर्गा से गुहार लगा रहे हैं।

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