“प्रदेश में सुशासन हो, इसके लिए अपराध और भ्रष्टाचार पर लगाम जरूरी है। अफसर ईमानदार होंगे तो ही प्रदेश में सुशासन होगा। पुलिस को अमन चैन और सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने के लिए जनता से बेहतर संबंध बनाने की कोशिश करनी चाहिए…….”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। झारखंड पुलिस को आज 2504 नए दारोगा मिल गये। इनमें 138 महिला दारोगा शामिल हैं। कुल 2505 दारोगाओं में से झारखंड के 2021, बिहार के 419, उत्तर प्रदेश के 48, पश्चिम बंगाल के 7 और अन्य राज्यों से 9 युवा शामिल हैं।
इनमें बीए पास-1055, बीटेक-510, बीसीए-39, बीएससी-683, बीएससी(आईटी)-14, बीकॉम-153, एमए-16, एमएससी डिग्रीधारी 26 हैं। नव नियुक्त दारोगाओं के दूसरे बैंच का पासिंग आउट परेड 16 अक्टूबर को होगा।
हजारीबाग के पुलिस एकेडमी ग्राउंड में 1334 प्रशिक्षण प्राप्त नये पुलिस अधिकारियों का पासिंग आउट परेड हुआ। मुख्यमंत्री रघुवर दास के सामने इन नये अधिकारियों को सेवा की शपथ दिलाई गई।
इस मौके पर सीएम रघुवर दास ने कहा कि अपराध और उग्रवाद मुक्त राज्य बनाने के लिए 11 हजार सिपाही की नियुक्ति पहले हुई थी। अब एएसआई की भर्ती हो रही है। प्रदेश में सुशासन हो।
इसके लिए अपराध और भ्रष्टाचार पर लगाम जरूरी है। अधिकारी ईमानदार होंगे तो ही प्रदेश में सुशासन होगा। पुलिस को अमन चैन और सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने के लिए जनता से बेहतर संबंध बनाने की कोशिश करनी चाहिए।
सीएम ने कहा कि पहले पुलिस की ट्रेनिंग प्रदेश के बाहर होती थी। लेकिन अब पद्मा में प्रशिक्षण केंद्र बनाया गया। साइबर क्राइम की चुनौती को देखते हुए नये दारोगाओं को विशेष ट्रेनिंग दी गयी है। नेतरहाट प्रशिक्षण केंद्र को सेंटर फॉर एक्सीलेंस के रूप में स्थापित किया जाएगा।
डीजीपी कमल नयन चौबे ने कहा कि झारखंड पुलिस के लिए सोमवार का दिन अबतक का सबसे ऐतिहासिक दिन है। दारोगा पुलिस प्रशासन की रीढ़ और चेहरा होते हैं।
नये एसआई प्रदेश के लिए गेम चेंजर साबित होंगे, क्योंकि इन्हें आधुनिक और पारंपरिक, दोनों तरह के क्राइम्स से निबटने के लिए प्रशिक्षण मिला है। साइबर क्राइम से निबटने के लिए खास तौर पर इन्हें ट्रेंड किया गया है। स्मार्ट पुलिसिंग की भी ट्रेनिंग दी गई है।