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    Thursday, April 25, 2024
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      विजातीय प्रेम विवाह पर बवालः हमला, पथराव और फायरिंग

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। बिहार के शेखपुरा के कोरमा थाना क्षेत्र के बेलौनी गांव में शनिवार को विजातीय प्रेम विवाह से उत्पन्न विवाद को सुलझाने गांव पहुंची पुलिस टीम पर एक पक्ष के लोगों ने हमला बोल दिया। ग्रामीणों ने जमकर पथराव किया। इतना ही नहीं फायरिंग भी की।

      इस पथराव में एसडीपीओ अमित शरण, थानाध्यक्ष रामशरण पासवान सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गये। घायलों में एक महिला पुलिस भी शामिल है। पथराव के कारण कोरमा थाना का वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया है। घटना के बाद गांव में काफी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है।

      बताया जाता है कि उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस की ओर से भी हवाई फायरिंग की गई है। हालांकि पुलिस ने फायरिंग की घटना से इनकार किया है।

      पुरुष व महिलाओं ने मिलकर किया हमला

      बताया जाता है कि पुरुषों और युवकों की टोली के साथ महिलाओं ने मिलकर पुलिस पर हमला बोला। रोड़ेबाजी का हाल यह था कि गांव की गलियों में हर जगह ईंट और पत्थर बिखरे पड़े थे।

      शुरुआत में जब रोड़ेबाजी शुरू हुई तो पुलिसकर्मियों को भागना पड़ा। बाद में एसडीपीओ के आने के बाद जब पुलिस ने कार्रवाई शुरू की तो फिर से ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर रोड़ेबाजी शुरू कर दी गयी।

      पुलिस ने 20 लोग किया गिरफ्तार: एसपी

      barbigha love crimeघटना की सूचना पाकर गांव पहुंचे एसपी राजेंद्र कुमार भील ने कहा कि प्रेम विवाह के कारण शनिवार को गांव के दो पक्षों के बीच विवाद हो गया था। इसी विवाद को सुलझाने गई कोरमा थाने की पुलिस टीम पर हमला किया गया है।

      बाद में जब एसडीपीओ वहां गये तो उनपर भी पथराव किया गया,जिसमें वे घायल हुए हैं। इस मामले में बबलू डीलर समेत 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अन्य लोगों की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

      उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की ओर से फायरिंग की गई है, लेकिन पुलिस की ओर से किसी तरह की फायरिंग नहीं हुई है। गिरफ्तार होने वालों में चार महिलाएं भी शामिल हैं।

      विवाद की जड़ में है प्रेम विवाह

      बेलौनी गांव में हुए इस विवाद की जड़ में प्रेम विवाह है। सितंबर माह में गांव की एक छात्रा को प्रेम प्रसंग में गदबदिया गांव का युवक रवि राम लेकर भाग था। बेलौनी गांव में प्रेमी अपने रिश्तेदार के घर पर रहकर ट्रैक्टर चलाता था।

      एफआईआर दर्ज होने के बाद कोरमा थाने की पुलिस ने शुक्रवार को छात्रा को गोल्डेन चौक के समीप से बरामद कर लिया। कोर्ट में 164 के तहत दिये गये बयान में छात्रा ने अपहरण की बात को नकारते हुए स्वेच्छा से प्रेमी के साथ जाने की बात कही।

      मेडिकल जांच में छात्रा के बालिग होने पर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर छात्रा को प्रेमी के माता-पिता के हवाले कर दिया। इसी बात को लेकर गांव में एक गुट के लोगों ने इसके लिए पुलिस को दोषी मान लिया और पुलिस टीम पर हमला बोल दिया।

      ढाढ़ी टोला पर हमला की थी योजना

      प्रेम प्रसंग में छात्रा को प्रेमी के परिवार वालों को सौंपे जाने पर बेलौनी गांव में एक जाति विशेष के लोगों ने इसे अपनी अस्मिता पर हमला मान लिया।

      शनिवार की सुबह में एक जाति विशेष के लोगों ने ढाढ़ी टोला को घेर लिया। बताया जाता है कि विवाद बढ़ने पर एक पक्ष की ओर से फायरिंग की गई।

      कहा यह भी जा रहा है कि इस पूरे विवाद की जड़ में गांव का ही डीलर बबलू महतो है। इसी के बहकावे में आकर लोगों ने ढाढ़ी टोला पर हमला करने की योजना बनाई। थानाध्यक्ष रामशरण पासवान का भी कहना है कि पुलिस पर उक्त डीलर द्वारा ही फायरिंग की गई है।

      उपद्रवियों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा

      पथराव में एसडीपीओ व थानाध्यक्ष के घायल होने के बाद सभी पुलिस जवानों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा। गांव में जब कई थानों की पुलिस पहुंची और उपद्रवियों को खदेरा तो कई उपद्रवी घर में घुस गये और कुछ लोग बधार की ओर भागने लगे। जवानों ने घरों से निकालकर और बधार में खदेड़ कर उपद्रवियों को पकड़ा और जमकर पिटाई की।

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