“पत्रकार महोदय ने ललुवा बोला तो समर्थक नाराज़ हो गये, महोदय ने कहा प्यार से बोला किसी तरह बच गये, भैया पत्रकार महोदय कभी प्यार से मोदीया मत बोलियेगा। वरना क्या होगा आप समझ सकते हैं, बुझ रहे हैं न….”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। राजद सुप्रीमो लालू यादव को ललुआ कहे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने तीखी प्रतिक्रिया जतायी है।
उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल से लिखा है, ‘ई अपने बाप को भी लाड़-प्यार से ऐसे ही बोलता होगा। बेचारे को माई-बाप ने संस्कार ही ऐसे दिए होंगे। इस बेचारे की क्या ग़लती’?
पत्रकार महोदय ने ललुवा बोला तो समर्थक नाराज़ हो गये, महोदय ने कहा प्यार से बोला किसी तरह बच गये, भैया पत्रकार महोदय कभी प्यार से मोदीया मत बोलियेगा। वरना क्या होगा आप समझ सकते हैं, बुझ रहे हैं न।
मालूम हो कि मुंगेर संसदीय क्षेत्र में नेशनल न्यूज चैनल एबीपी की ओर से चुनाव पर आयोजित एक ‘लाइव शो’ के दौरान के रिपोर्टर और एंकर अनुराग मुस्कान ने कहा था कि लोग कह रहे हैं कि ललुआ के राज में लालटेन जलता था, अब नीतीश के राज बल्ब जल रहा है।
अनुराग की इस बदजुबानी पर कार्यक्रम के दौरान जुटे लोगों ने तीखा विरोध किया था। लोग उग्र हो गये थे। लोगों का विरोध और तेवर देख कर अनुराग ने अपनी सफाई में कहा कि उसने प्यार से ललुआ कहा है।
इस घटना का वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया समेत राजनीतिक गलियारे में तीखी प्रतिक्रिया हुई।
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा के पूर्व सदस्य शिवानंद तिवारी ने कहा था कि यह द्विजवादी सामंती मानसिकता है, जिसका भरोसा संविधान और लोकतंत्र में नहीं है।
यही वजह है कि एक नेशनल चैनल का रिपोर्टर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव को ललुआ कहता है, जबकि लोकतंत्र में भरोसा रखने वाली जमात, दलित, पिछड़ा और गरीब लोग उसे अपना मसीहा मानते हैं!