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    Wednesday, April 24, 2024
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      रेलवे की जमीन से पशुओं की अवैध खरीद-बिक्री पर हिलसा प्रशासन की वैध मुहर !

      रेलवे की जमीन पर लगाया जा रहा है अवैध रुप से मवेशी हाट, अवैध हाट से काटी गई रसीद को अधिकारी दे रहे हैं मान्यता, पहले हिलसा के सूर्यमंदिर तालाब पर लगता था वैध मवेशी हाट,  नगर परिषद द्वारा मेवशी हाट का स्थान बदलकर किया गया था मई गांव ”

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज (चन्द्रकांत)। जिस जमीन से कारोबारी हर साल लाखों की कारोबार करते हैं उस जमीन के मालिक को फूटी कौड़ी भी नसीब नहीं हो रहा है। ऐसी स्थिति है हिलसा शहर स्थित रेलवे की जमीन की।

      हिलसा रेलवे स्टेशन के सटे पश्चिम-उत्तर रेलवे की परती जमीन पर पिछले दो वर्षों से अवैध रुप से मवेशी का हाट लगाया जा रहा है।

      इस मवेशी हाट में हिलसा के अलावा पटना और जहानाबाद जिले के किसान मवेशी की खरीद बिक्री करते हैं। कारोबार स्थल के उपयोग करने के एवज में ऐसे किसानों से मोटी रकम की वसूली भी की जाती है।HILSA RAILWAY HAT NEWS

      वसूली गई रकम की वैद्यता के लिए किसानों को पूर्जा भी दिया जाता है। हाट में मिले पुर्जे को आधार बनाकर किसान मवेशी को अपने साथ घर ले जाते हैं। 

      इस दौरान रास्ते में किसी तरह की जांच पड़ताल होने पर किसान द्वारा अधिकारियों का हाट से मिले पुर्जे को ही दिखाया जाता है।

      इतना ही नहीं मवेशी चोरी की घटना पर जांच के दौरान भी किसानों द्वारा भी वही पुर्जा दिखाया जाता है। जांच अधिकारी भी वही पुर्जा को मान्यता दे देते हैं।

      जबकि हकीकत में उस पुर्जे को मान्यता नहीं दी जानी चाहिए। इसका मुख्य कारण मवेशी हाट का संचालन होना होना बताया जा रहा है।

      मालूम हो कि नगर परिषद के सूर्यमंदिर तालाब पर मवेशी हाट लगाए जाने की वर्षों से परम्परा रही थी। मवेशी हाट कारण जुटने वाली भीड़ और होने वाली गंदगी को देख पिछले दो वर्षों से नगर परिषद द्वारा हाट का स्थान बदल दिया गया।

      नगर परिषद मवेशी हाट के लिए मई गांव स्थित बस स्टैंड के निकट परती जमीन पर मवेशी हाट के लिए चिन्हित किया गया। इसके लिए टेंडर भी निकाला गया, लेकिन टेंडर में कोई कारोबारी शरीक नहीं हुआ।

      इतना ही नहीं कारोबारी अपनी मंशा को सफलीभूत करने के लिए रेलवे की जमीन पर अवैध रुप से हाट लगाना शुरु कर दिया। कारोबारी की इस करतूत से नगर परिषद को साल में होने वाली लाखों की आमदनी भले ही बंद हो गई, लेकिन कारोबारी मालोमाल हो रहे। बगैर पूंजी के दोंनो हाथ से आमदनी कर रहे कारोबारी रेलवे के खजाने में फूटी कौड़ी भी नहीं दे रहे।

      कहते हैं अधिकारी……

      रेलवे की जमीन पर हो रहे अवैध कारोबार के बारे में उच्चाधिकारी को पत्र लिखा जा रहा है। जल्द ही विधि-सम्मत कार्रवाई होना तय है। …..अनिल कुमार शर्मा, स्टेशन प्रबंधक, हिलसा रेलवे स्टेशन.

      नगर परिषद की जमीन पर मवेशी हाट के लिए टेंडर निकाला गया। टेंडर में कोई शरीक नहीं हुआ। इस कारण मवेशी हाट से वसूली नहीं की जा रही। ……दीनानाथ, नगर कार्यपालक पदाधिकारी, हिलसा नगर परिषद.

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