रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने झारखंड प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष डॉ अजय कुमार का इस्तीफा को नामंजूर कर दिया है।
इसके बाद डॉ अजय कुमार ने अपने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने की कोशिश की है। इसको लेकर कार्यकर्ताओं के लिए एक पत्र जारी किया है।
इस पत्र में उन्होंने लिखा है ‘विगत संसदीय चुनाव में भाजपा की तथाकथित अविश्वसनीय जीत और हमारी अनापेक्षित असफलता ने हमें थोड़ा हताश और निराश जरूर किया है पर यह हमें आत्म-मंथन का भी मौका देता है। यह चुनाव चंद राजनीतिक पार्टियों के बीच केवल जीत या हार के लिए नहीं लड़ी गई थी, बल्कि यह दो विपरीत विचारधाराओं के बीच सत्य और असत्य की लड़ाई थी, जहां एक तरफ महागठबंधन के झंडे तले संविधान, सामाजिक समरसता और गंगा जमुनी तहजीब को बचाने की कवायद थी तो दूसरी तरफ देश की अखंडता, सामाजिक सहिष्णुता और सर्वागीण विकास के लिए खतरा बन चुकी फासिस्टों की असीमित ताकत थी।
उन्होंने लिखा है, आज ये हकीकत है कि हम थके और हारे नजर आते है पर हमें ये याद रखना है कि सत्य परेशान तो हो सकता है किन्तु पराजित नहीं। हम जंग तब नहीं हारे जब शत्रु विजयी नजर आता है, बल्कि हम जंग तब हारते है जब हिम्मत हार जाते है। अगर हमनें हिम्मत नहीं हारा है तो इसका सिर्फ एक मतलब है कि “जंग अभी जारी है, अब उनके हारने की बारी है।
श्री कुमार ने लिखा है, किसी भी इमारत की मजबूती उसकी बुनियादी मजबूती पर निर्भर करती है और ठीक उसी तरह हमारे संगठन की मजबूती भी हमारी बुनियाद यानि की हमारे कार्यकर्ताओं की मजबूती पर निर्भर करता है। इसलिए यह वक्त हिम्मत हार कर किनारे बैठने का नहीं बल्कि मुश्किलों को चुनौती देने का है और वक्त से पंजा लड़ाने का है, क्योंकि सत्य का सूरज बादलों में कुछ वक्त के लिए छुपा तो रह सकता है पर बादलों की औकात नहीं कि सूरज को हमेशा के लिए निगल जाये।
उन्होंने लिखा है, झूठ और फरेब के बादल छटेंगें, सत्य का सूरज दमकेगा और अंतिम जीत हमारी ही होगी। हम पत्थर पर लिखी इबारत है, शीशे से कब तक तोड़ोगे, मिटने वाला हम नाम नहीं, तुम हमको कब तक रोकोगे। आइये हम सब मिलकर कांग्रेस को मजबूत बनायें, झारखण्ड को भाजपा मुक्त कराएं। वक़्त है बदलाव का’