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    Thursday, April 25, 2024
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      यूं धराया 29 वर्षो से फरार हार्डकोर नक्सली दिलीप यादव

      “आरोपी पर उग्रवादी हत्या, अपहरण, बम विस्फोट जैसे कई मामले दर्ज है। संगठन में इसका नाम कामरेड आजाद उर्फ विमल के नाम से जाना जाता था एव ग्रुप एरिया कमांडर के पद पर था…”

      गोड्डा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। नक्सलियों के लिए खौफ का दूसरा नाम के रूप में झारखंड के आईपीएस शैलेंद्र प्रसाद बर्णवाल का नाम सबसे पहली पंक्ति में आता है।

      गोड्डा जिले की कमान संभालते ही एसपी शैलेंद्र प्रसाद बरनवाल पूरे लय में नजर आ रहे हैं, जहां गोड्डा जिले में 90 के दशक में नक्सली दिलीप यादव का कोहराम जिले में सर चढ़कर बोल रहा था और पिछले 29 सालों से पुलिस की आंखों में धूल झोंकता फिर रहा था।

      इधर जिले की कमान संभालते ही शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने इसके खिलाफ अभियान छेड़ा और अंततः पुलिस कप्तान के दिशा निर्देश पर एक टीम गठित की गई जिसमें महागामा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजा मित्रा, इंस्पेक्टर अशोक सिंह के साथ ठाकुर गंगटी के थाना प्रभारी को शामिल किया गया।  3 फरवरी को ठाकुर गंगटी थाना क्षेत्र के चजोरा मैदान से गिरफ्तार किया गया।

      पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र वर्णवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आरोपी पर उग्रवादी हत्या, अपहरण, बम विस्फोट जैसे कई मामले दर्ज है। संगठन में इसका नाम कामरेड आजाद उर्फ विमल के नाम से जाना जाता था एव ग्रुप एरिया कमांडर के पद पर था।

      आरोपी पर बिहार या किसी और राज्य में मामला दर्ज है या नहीं यह पता किया जा रहा है। वहीं जिला पुलिस कप्तान के कार्यों की थोड़े ही समय में चर्चा जोरों पर है।

      खासकर अपराध की दुनिया से सरोकार रखने वाले अपराधी भूमिगत होने लगे हैं। वैसे शैलेंद्र प्रसाद बर्णवाल का नक्सल प्रभावित क्षेत्र में काम करने का काफी लंबा अनुभव रहा है।

      जमशेदपुर के घाटशिला, बहरागोड़ा, चाकुलिया, गुड़ाबांधा क्षेत्र में आज जहां नक्सलवाद नहीं के बराबर है, उसमें इनका बहुत बड़ा योगदान रहा है।

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