“कुछ वायरल सूचनाएं का सच कुछ और कहानी बयां कर जाती है। ऐसा ही मामला सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में एक मनरेगा योजना को लेकर देखने को मिला……”
वायरल सूचना में बताया गया कि नालंदा जिले के चंडी प्रखंड क्षेत्र के रुखाई पंचायत अंतर्गत काकनपर गांव के बुद्धू खंधा में मनरेगा योजना के तहत हो रही पइन उड़ाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करते नजर आये। ये सभी कार्य मुखिया, उनके समर्थकों व अधिकारियों के मिली भगत से हो रहे है।
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क ने नालंदा जिले के चंडी के रुखाई पंचायत अंतगर्त में मनरेगा के तहत चल रही पइन खुदाई की पड़ताल करवाई। यह पइन खुदाई काकनपर गांव में रेलवे लाइन से जानकी तांती विधिपुर पुल तक होनी है।
इस पाइन खुदाई में एक पुल भी निर्माण करना है। इस कार्य योजना का प्राक्कलित राशि 2,86,263 रुपए है।
रुखाई पंचायत के मुखिया अंजली कुमारी ने बताया कि शुक्रवार को एक युवक कार्यस्थल पर आया था। वह अपने को पत्रकार बता रहा था। उसके साथ नवादा गांव का एक ब्राह्मण था। जिसके साथ विवाद चल रहा है।
जब उक्त कार्य को फोटो लिया, उसी समय उसे बताया कि यह कार्य महज पांच दिन पहले शुरू हुई है। जहाँ से कार्य चल रहा है। उस कार्य स्थल पर बोर्ड लगाया गया है। लेकिन वह युवक सब कुछ अनसुना कर दिया।
इधर पीओ धीरज कुमार ने कहा कि जिस जगह का फोटो सोशल मीडिया में दिखाया जा रहा है, उस जगह बहुत झाड़ी था। मजदूरों द्वारा झाड़ी को साफ करवाया गया था। उस पइन में अभी भी झाड़ी के साथ कुछ जगह पानी भी जमा है। अभी वहां कार्य करने की तैयारी ही चल रही है।
उन्होंने कहा कि किसी भी योजना में अनियमियता या भ्रष्टाचार की बात तो तब कही जाएगी, जब उस मद में विभागीय तौर पर कोई भुगतान हो जाए। काकनपर गांव के बुद्धू खंधा में 2-3 दिन पहले शुरु हुए औपचारिक कार्य की फोटो वायरल करनी महज शरारत ही कही जाएगी।