“भगवान विष्णु की प्राचीन मूर्ति को लेकर दो गांवों के बीच भारी तनाव देखने को मिल रहा है। यह मूर्ति हिलसा पश्चिमी बाईपास निर्माण के दौरान खोरमपुर के खंदा में मिली थी। इसके बाद ग्रामीण महिलाओं ने पूजा एवं भक्ति भाव में जुटे गए। इसी बीच उस प्रतिमा को पुलिस हिलसा थाना ले गई….”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क (धर्मेंद्र)। नालंदा जिले के हिलसा बाईपास निर्माण कार्य के दौरान अचानक एक खेत में भगवान विष्णु की अति प्राचीन मूर्ति दिखाई मिली।
ग्रामीणों ने इसे दैवीय शक्ति मानते हुए प्रतिमा को बाहर निकालकर वहीं पर स्थापित कर पूजा पाठ करना शुरू कर दिया।
इसी बीच पुलिस को सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर करोड़ों रुपए मूल् की मूर्ति को देखा और और उठाकर थाने ले आई। फिलहाल इसकी सूचना पुरातत्व विभाग को दिया गया।
इधर मूर्ति के विवाद को लेकर गुलनी और खोरमपुर गांव के लोग आपस में भिड़ गए हैं। और दोनों गांव के लोग मूर्ति पर अपना दावा करते हुए हिलसा थाना पर चढ़ाई कर दी है।
गुलनी गांव के वासियों का कहना है कि यह मूर्ति उनके गांव के खेत की मिट्टी से निकली है और डंफर के द्वारा मिट्टी गिराए जाने के क्रम में खोरमपुर के खंदा में मूर्ति दिखाई दी है। इसीलिए इस मूर्ति पर उसके गांव वाले का अधिकार है।
ङधर खोरमपुर गांव वालों का कहना है कि मूर्ति उसकी गांव के जमीन पर प्रकट हुई है, इसीलिए उस मूर्ति पर उनका अधिकार बनता है।
बहरहाल, इस मूर्ति विवाद और उत्पन्न तनाव के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन का कोई भी अफसर अपना मुंह खोलने को तैयार नहीं है। सब लोग मामले को ढंकने-पोंछने में लगे हैं। जबकि उत्पन्न तनाव कभी भी विष्फोटक स्वरुप ले सकता है। तथा पुलिस प्रशासन को लेने के देने पड़ सकते हैं। लेकिन ये अंततः सारा ठिकरा ग्रामीणों पर ही फोड़ने की मंशा पाले दिखते हैं।