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    Friday, April 19, 2024
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      बिहार में लू का कहर जारी, गया में तीन दिन में सजी 300 चिताएँ

      पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़ नेटवर्क ब्यूरो)। मानव इतिहास में शायद यह पहली बार हुआ है जब किसी जगह पर गर्मी को लेकर कर्फ्यू लगाया गया हो। धारा 144 लागू कर दिया गया हो।

      बिहार के गया में जब डीएम अभिषेक सिंह ने भीषण गर्मी को देखते हुए धारा 144 का आदेश जारी किया तो लोगों ने इसे हिटलर फरमान समझ लिया। लेकिन बाद में लोगों को आभास हुआ कि गया डीएम की सोच उनकी भलाई के लिए ही है।  गया डीएम की देखा देखी राज्य के दूसरे जिले में भी इसी तरह का आदेश जारी किया।

      गया में पिछले पांच दिनों से गर्मी का कहर लोगों के लिए मौत बनी हुई है। पिछले तीन दिनों में गया के विष्णु पद स्थित श्मशान घाट पर 300 से ज्यादा शवों का दाह संस्कार किया गया।GAYA MAUT HEAT WEB 1

      पिछले तीन दिन से प्रतिदिन 90-95 शवों का दाह संस्कार किया जा रहा है। जबकि सामान्य दिनों में औसतन 10-15 शव ही श्मशान घाट पर आते थे।

      गया के विभिन्न इलाकों और आस पास के प्रखण्ड से लू की चपेट में आकर अब तक  करीब 300 लोगों की मौत की सूचना है। जबकि आधिकारिक आकड़े सिर्फ 35  ही बताया जा रहा है।

      बिहार में लू का प्रकोप जारी है। बिहार में लू लगने से कई लोगों की जानें जा चुकी हैं।  बिहार में भीषण गर्मी और लू की चपेट में आने से 24 घंटे के भीतर और 12 लोगों की मौत हो गई। पिछले तीन दिनों में 90 लोगों की मौत हुई है।

      अनाधिकारिक खबरों में हालांकि एक दर्जन जिलों में लोगों की मौत का आंकड़ा 250 तक पहुंचने का दावा किया गया है। ये मौतें औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई जिलों में हुई हैं।

      बिहार में लू  लगने से अब तक कई लोगों की जानें जा चुकी हैं। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की वेबसाइट के मुताबिक, मंगलवार तक लगभग 90 मौतें हो चुकी हैं। औरंगाबाद में 41, गया में 35 और नवादा में 14 लोग लू की चपेट में आकर काल के गाल में समा गए।

      झुलसा देने वाली गर्म हवाओं के कहर के मद्देनजर गया, नवादा, नालंदा, औरंगाबाद, बेगूसराय, दरभंगा, गोपालगंज, मधुबनी और सीतामढ़ी जिलों में पहली बार निषेधाज्ञा यानी आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 लागू कर दी गई है।

      बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने  मीडिया से कहा कि सरकार जांच कराएगी कि 15 जून को दोपहर बाद तीन से पांच बजे के बीच गर्म हवाओं का प्रकोप कैसे तेज हो गया, जिस कारण लू की चपेट में आने से लोगों के मरने की संख्या उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।

      मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं। सरकार ने गर्मी से सतर्क रहने और दिन के समय घर से बाहर न निकलने का परामर्श जारी कर चुकी है।

      मगध परिक्षेत्र के अवर स्वास्थ्य निदेशक डॉ. विजय कुमार ने कहा कि लगभग 100 लोग गया, औरंगाबाद व नवादा के सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं और इन तीनों जिलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दर्जनों लोगों का उपचार चल रहा है।

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