अन्य
    Saturday, April 20, 2024
    अन्य

      फेसबुक लाइव में बोले DGP- बिहार में नहीं चलेगी गुंडागर्दी

      “फेसबुक लाइव के दौरान डीजीपी ने एक बात और साफ कर दिया है कि किसी निर्दोश का नाम गुंडापंजी में दर्ज नहीं किया जाएगा। इसलिए थानेदार की जांच रिपोर्ट को जिले के एसपी खुद चेक करेंगे। जो सच में दोषी होंगे, उन्हीं का नाम गुंडापंजी में दर्ज कराया जाएगा…..”

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। लोकसभा चुनाव के बीच रामनवमी भी मनाई जाएगी। ऐसे में बिहार के अंदर किसी प्रकार की हिंसक वारदात न हो। लोकसभा का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से निपट सके। इसके लिए बिहार पुलिस ने अपना वर्क प्लान कर लिया है।

      dgp gupteshwar pandeyपुलिस के टारगेट पर गुंडागर्दी है। जिसे हर हाल में रोकने की बात कही जा रही है। डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ऐलान कर दिया है कि बिहार के अंदर किसी की भी गुंडागर्दी नहीं चलेगी। गुंडागर्दी करने वालों के साथ उनकी पुलिस टीम सख्ती से निपटेगी। दरअसल, रविवार को डीजीपी खुद फेसबुक लाइव पर थे।

      उन्होंने कहा कि हर थाने में गुंडा पंजी होती है। अब इस गुंडा पंजी को पूरी तरह से एक्टिव करना है। शराब पीने-पीलाने, गांजा, ड्रग्स का धंधा करने वाले, ब्लैक मेल करने वाले, लड़कियों के साथ छेड़खानी करे वालों, देह व्यापार करने और कराने वाले, रोड पर मारपीट करने वाले, पब्लिक के साथ गुंडागर्दी करने वाले, बाइकर्स गैंग चलाने वाले व इसके मेंबर्स, संप्रदायिक दंगा की प्लानिंग करने वाले, भड़ाकाने वाले और दंगा कराने वालों के नाम थानों के गुंडापंजी में दर्ज किए जाएंगे।

      रंगदारी करने वालों का नाम भी इसी पंजी में शामिल किया जाएगा। छात्रों और युवाओं को उकसाने वाले भी गुंडा पंजी में शामिल किया जाएगा।

      डीजीपी ने बदमाशों को सावधान हो जाने की चेतावनी दी है। बिहार के सभी थानों में रखे गए गुंडा पंजी को अपडेट करने का आदेश दे दिया है। जिन लोगों का भी नाम गुंडापंजी में चढ़ेगा, उनके नाम की पुलिस एक अलग फाइल रखेगी। जिसमें घर-परिवार का पूरा डिटेल, आमदनी का जरिया क्या है?

      आर्म्स का लाइसेंस है तो उसे कैंसिल किया जाएगा। चरित्र सत्यापन अगर कराने जाएंगे तो उस पर भी साफ तौर पर लिखा जाएगा कि इस शख्स का नाम गुंडा पंजी में दर्ज है। ऐसे में सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी।

      इसलिए जरूरी है कि ऐसे लोग समय रहते सुधर जाएं। डीजीपी ने कहा कि जब भी कोई बड़ा उपद्रव होगा तो उस इलाके के उन सभी लोगों को पुलिस खोजेगी, जिनका नाम गुंडा पंजी में दर्ज होगा। थानों पर गुंडा परेड भी कराया जाएगा। इसके लिए पुलिस की तरफ से लीगल नोटिस भी भेजी जाएगी। फिर हर एक शख्स की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।

      संबंधित खबरें
      error: Content is protected !!