“एक साथ भाजपा नेता सहित तीन की हत्या के बाद खूंटी जिले में दहशत है। अभी कुछ दिन पूर्व अड़की में मुखिया सुखराम मुंडा की हत्या कर दी गई है.…….”
रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। खूंटी जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर मुरहू थाना क्षेत्र के हेठगोवा गांव में सोमवार की रात करीब 8.30 बजे वर्दीधारी हमलावरों ने कूदा पंचायत की मुखिया राधा मुंडू के घर में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग की।
इस दौरान उनके पिता भाजपा नेता मागो मुंडा (65), मां लखमनी मुंडू (60) और भाई लिपराय मुंडा (28) घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी रिश्तेदार नौरी देवी के कमर में गोली लगी है।
मागो मुंडा भाजपा एसटी मोर्चा के खूंटी जिला कार्यसमिति सदस्य थे। हमलावर कौन थे? घरवालों और स्थानीय लोगों ने पहचानने से इन्कार किया है।
मुखिया राधा मुंडू के अनुसार, उनके पिता भाजपा नेता होने के साथ सामाजिक कार्यां से जुड़े थे। आशंका है कि उग्रवादियों ने पुलिस मुखबिरी के संदेह में उनकी हत्या की गई हो। हेठगोवा व आसपास का इलाका पीएलएफआई से प्रभावित है। माओवादी भी इलाके में पैठ बनाने की कोशिश में हैं।
दिसंबर 2018 में इसी तरह वर्दीधारियों ने भाजपा एसटी मोर्चा के जिला महामंत्री भैयाराम मुंडा की हत्या कर थी। वे मागो मुंडा के गहरे दोस्त थे। दोनोंं भाजपा संगठन के साथ सामाजिक कार्यों से जुड़े थे। उनकी हत्या भी अबतक राज है।
हमलावरों की गोली से घायल नौरी मुंडू बताती हैं, ‘रात के साढ़े आठ बजे थे। व घर में खाना बना रही थी। उसी वक्त बाहर पटाखे की आवाज आई। व देखने बाहर निकली तो देखा आठ-दस लोग गोली चला रहे हैं। सारे हमलावर वर्दी पहन रखी थी।
वह आगे कहती हैं, ‘इसके लखमनी मुंडू और उसने भागने का प्रयास किया। इसी बीच हमलावरों ने लखमनी देवी का पीछा कर उन्हें गोली मार दी। इसी दौरान एक गोली उसकी कमर में लगी और वह गिर गई। हमलावरों ने उसे मरा समझकर छोड़ दिया और चले गए। इसके बाद वह बेहोश हो गई। होश आने पर खुद को अस्पताल में पाई।
फिलहाल, मुरहू में एक साथ भाजपा नेता सहित तीन की हत्या के बाद खूंटी जिले में दहशत है। अभी कुछ दिन पूर्व अड़की में मुखिया सुखराम मुंडा की हत्या कर दी गई है। लोग उस हत्या को अभी तक भूले भी नहीं थे कि मुरहू की यह हत्या दहला गई है। लोग इसके लिए पुलिस प्रशासन की विफलता बता रहे हैं।
गौरतलब हो कि विगत कुछ वर्षो से भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं की हत्याएं खूंटी में हो चुकी है। इससे भाजपा कार्यकर्ता भी डरे-सहमे हुए हैं। हालांकि अभी हत्या के कारण का पता नहीं लग सका है।
लेकिन कहा जा रहा है कि भाजपा से जुड़ाव ही हत्या का कारण है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही हत्या के कारणों का पता चल जाएगा और अपराधियों को भी बहुत जल्द गिरफ्त में ले लिया जाएगा।
मागो मुंडू की क्षेत्र में कर्मठ भाजपा नेता के रूप में पहचान थी। भाजपा नेता होने के कारण उन्हें लंबे समय से लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। वर्दीधारी हमलावर कम उम्र के थे। आशंका जताई जा रही है कि इस हत्याकांड में उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ का हाथ है।