“हमारे हिंदी मुहावरों में कई ऐसे हिंदी मुहावरे हैं, जिसके अलग-अलग जगहों पर अलग -अलग भावार्थ होता है। ऐसा ही एक मुहावरा खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे का भावार्थ नालंदा जिला में चरितार्थ हो रहा है…….”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज (ऋषिकेश)। पिछले दिनों महागठबंधन प्रत्याशी अशोक कुमार आजाद का किसी के द्वारा वीडियो बनाकर उसे प्रमुखता से हिंदी क्षेत्रीय चैनलों पर प्रकाशित किया गया, लेकिन जिस वीडियो को प्रमुखता से चलाया गया, उस वीडियो में प्रत्याशी को जूता पहनाते हुए प्रदर्शित किया गया है।
हालांकि जिस वीडियो में जूता पहनाया जा रहा है, अगर इस वीडियो को गौर से देखें तो उसमें जूता पहनाने वाला व्यक्ति ना तो नाबालिक है और ना ही कोई महिला है।
इतना ही नहीं, जो व्यक्ति जूता पहना रहा है, उसके तरफ से भी किसी तरह की कोई आपत्ति किसी थाने किसी अधिकारी या किसी मीडिया के सामने कहा भी नहीं है। बावजूद इसे प्रमुखता से क्षेत्रीय चैनलों पर प्रसारित किया गया।
कहते हैं सिक्के के दो पहलू होते हैं। एक तरफ अगर महागठबंधन प्रत्याशी को किसी के द्वारा जूता पहना जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सांसद के सामने एक 70 साल के वृद्ध को हाथ जोड़कर खड़ा दिखाई दे रहा है, जो वर्तमान जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार की मानसिकता और बड़े बोल को भी प्रदर्शित करता है।
उनके घर के भी बड़े बुजुर्ग सांसद कौशलेंद्र कुमार के सामने ऐसे ही हाथ जोड़कर किसी बात को मनाते हैं। इस फोटो में या भी दिखाया जा रहा है कि 70 साल का व्यक्ति सांसद से किसी चीज की मांग कर उसके सामने हाथ जोड़कर खड़ा है, लेकिन सांसद की सुध-बुध देखिए कि कैसे वे चुपचाप हाथ जोड़कर खड़े वृद्ध व्यक्ति को टकी टकी लगाए देख रहे हैं।
जिससे न्याय के साथ विकास और गरीबों का हक दिलाने की बात इस फोटो में खड़े वृद्ध ने जाहिर कर दिया है, लेकिन इसे किसी भी मीडिया कर्मियों के द्वारा अब तक न तो वीडियो वायरल किया गया और ना ही इसे किसी चैनलों पर प्रसारित किया गया।