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    Saturday, April 20, 2024
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      तेली जतरा सह सामुहिक विवाह कार्यक्रम में बोले सीएम- गरीब और गांव पर फोकस

      गुमला। सरकार गांवों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। बेरोजगारों को हुनरमंद बनाने हेतु स्किल डेवलपमेन्ट प्रोग्राम के तहत 700 करोड़ रूपये राशि स्वरोजगार हेतु  उपलब्ध करा रही है। हमारा लक्ष्य 32 हजार से अधिक उद्यमी सखी मण्डल बनाने का है। गांव की आर्थिक संवृद्धि हेतु सरकार ने बजट में विशेष प्रावधान किया है। सरकार की हर योजना का फोकस गरीब और गांव का विकास है। गरीबी को समाप्त करने में समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा। राजनीतिक सामाजिक भावना से उपर उठकर कार्य करना होगा।

      उक्त बातें सीएम रघुवर दास ने परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडियम गुमला में आयोजित तेली जतरा सह सामुहिक विवाह कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कही।

      इस अवसर पर जतरा में सामुहिक विवाह मण्डप में कुल 23 जोड़ों का पारम्परिक रीति रिवाज से सामुहिक विवाह कराया गया। कार्यक्रम में नवविवाहित 23 जोड़ों को मुख्यमंत्री ने कन्यादान योजना के तहत् चेक एवं विवाहोपरांत जरूरत का सामान दिया,साथ ही कुम्हरिया गांव की रेणु, जिसने बाल विवाह के खिलाफ अपने परिवार के विरूद्ध आवाज उठाने का कार्य किया उसे मुख्यमंत्री ने एक लाख रूपया का चेक प्रदान दिया।

       teli cm 1सीएम ने मौके पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि जतरा का आयोजन अपने संस्कृति को जानने समझने एवं उसे आगे बढ़ाने के लिये होता है। तेली समाज ने इस तरह का आयोजन कर सामाजिक बुराई जैसे दहेज प्रथा, बाल विवाह को रोकने का काम किया है। यह सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य से पलायन कर बाहर गयी 30 हजार से अधिक बच्चियों को लाने के लिए प्रयासरत है। बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओं इसी दिशा में एक प्रयास है। मुख्यमंत्री ने समाज एवं राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए संकीर्ण मानसिकता से उपर उठ कर सभी लोगों से आपसी सहयोग करने की अपील की।

      उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त-संगठित करने तथा पारम्परिक तरीके से उत्पाद को तैयार करने लिए गांव-गांव में 15-15 लोगों का समूह बनाएं एवं अपने हिसाब से अपनी पसंद का रोजगार चुने। सरकार उन्हें हर संभव मदद के लिए बचनबद्ध है। राज्य हर वर्ष 400 करोड़ का दुग्ध दूसरे राज्य से मंगाता है। महिलाएं गांव में गोपालन कर राज्य को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बना सकती है।

      सीएम ने कहा कि अगर स्थानीय नीति पहले तय कर दी गई होती तो इतने बेरोजगार नहीं होते। बेरोजगारों को नौकरी मिलती परिवार में खुशियां आती। उन्होंने कहा हमने स्थानीय नीति तय कर नियुक्तियां  शुरू कर दी है।

      उन्होंने युवकों से अपील की कि अपनी क्षमता के हिसाब से परीक्षाओं की तैयारी शुरू करें। समाज को तोड़ने वाली ताकतों की पहचान कर बेनकाब करने की जरूरत है।  उन्होंने समाज के प्रबुद्ध एवं युवा वर्ग से अपील की कि समाज को जागृत करना भर आपका काम नहीं है बल्कि उसे सही दिशा देने में अपनी ऊर्जा एवं भूमिका निभाएं।

      सीएम ने कहा कि झारखण्ड में निवेश की संभावनाओं एवं राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय स्तर के निवेशकों को निवेश के लिए अवसर देने,  राज्य के पारम्परिक एवं खनिज उत्पादन का प्रोसेसिंग प्लान्ट लगाने के लिए ग्लोबल इन्वेस्टमेन्ट सम्मिट का आयोजन  16-17 फरवरी को किया जा रहा है। निवेशकों द्वारा यहां निवेश करने से पढ़े लिखे बेरोजगारों को नौकरी मिलेगी।

      विधानसभा अध्यक्ष प्रो. दिनेश उरांव ने कहा सामाजिक संगठन की मजबूती से समाज एवं देश का कल्याण संभव है। उन्होंने कहा कि समाज के विकास में सबकी भूमिका महत्वपूर्ण है। इस मौके पर प्रधानमंत्री के भाई पंकज भाई मोदी ने भी सभा को संबोधित किया।

      कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री सुदर्शन भगत, छत्तीसगढ़ के सांसद लखन लाल साहू, असम के सांसद सामेश्वर तेली, स्थानीय विधायक शिवशंकर उरांव प्रमुख रूप से मौजूद थे।

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