“5 लाख नगद 2 लाख का सामान एवं 50 हजार का जेवर दहेज के साथ बिटिया को विदा किया, लेकिन तय न्यू बोलोरो गाड़ी की मांग बरकरार रही……”
कोडरमा (काशिफ अख्तर)। कोडरमा थाना में मृतका आरती देवी की मां सबिता देवी पति बंसी यादव ग्राम आरागारो थाना चंदवारा निवासी ने थाना में दिए गए अपने आवेदन में कहा है कि उसकी पुत्री की शादी 3 वर्ष पूर्व इंदरवा सलाईडीह थाना कोडरमा निवासी जितेंद्र कुमार पिता रामचंद्र यादव से हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार हुई थी।
उस समय उन्होंने 5 लाख नगद 2 लाख का सामान एवं 50 हजार का जेवर दहेज के रूप में उक्त परिवार को दे कर अपनी बिटिया को विदा किया था।
उन्होंने आगे बताया कि ससुराल में उनकी बेटी आरती कुमारी को कुछ महीनों तक ठीक-ठाक से रखा गया। उसके बाद दहेज लोभियों ने आरती को प्रताड़ित करने लगे।
ससुराल वालों के द्वारा प्रताड़ित करने का मुख्य उद्देश दहेज के रूप में बोलेरो वाहन की तय मांग थी। नहीं देने पर बराबर आरती के साथ मारपीट करने का सिलसिला हमेशा जारी रहा।
इसके बाद 2 मई को आरती कुमारी की हत्या कर दी गई। 2 मई की संध्या करीब 6 बजे मृतका की सास ने फोन कर बताया कि आरती कमरे में बंद है और दरवाजा नहीं खोल रही है।
उसके बाद जब मायके वाले आरती के ससुराल पहुंचे तो पाया कि आरती मृत पड़ी है और कमरे का दरवाजा खुला हुआ है। जबकि ससुराल वालों ने बताया था कि आरती ने दरवाजा अंदर से बंद कर रखा है।
इस संबंध में कोडरमा थाना में भादवि की धारा 304 (बी) 34 के तहत दहेज हत्या का मामला दर्ज किया गया है। जिसमें मृतका के पति जितेंद्र कुमार के अलावे रामचंद्र यादव, मुनिया देवी, उपेंद्र यादव, सुनीता देवी, भीखन यादव, लक्ष्मण यादव, बैजंती देवी, आरती देवी एवं शिवाजी यादव को आरोपी बनाया गया है।
इस मामले को लेकर कोडरमा थाना प्रभारी राम नारायण ठाकुर ने सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तार कर कानून के हवाले करने की बात कही।