विगत 17 जून को सरायकेला के धातकीडीह गांव में बाइक चोरी करते हुए खरसावां के कदमडीहा गांव निवासी सोनू उर्फ शम्स तबरेज को लोगों ने पकड़ लिया था। ग्रामीणों ने पहले उसकी जमकर पिटाई करने के बाद सरायकेला पुलिस के हवाले कर दिया गया था….
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क (वीरेन्द्र मंडल)। सरायकेला सदर अस्पताल में उस समय एक बड़ा बवाल मच गया, जब सरायकेल जेल में मोटरसाईकिल चोरी के आरोपी कैदी शम्स तबरेज उर्फ सोनू को ईलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया, वहीं परिजनों ने डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित करने के बाद सोनू को जिंदा बताया और उसे टीएमसीएच अस्पताल रेफर करने को लेकर बवाल मचाने लगे। हालांकि रेफर किए जाने के बाद वह मृत पाया गया।
कहा जाता है कि 24 वर्षीय इस युवा कैदी की मौत की खबर पाकर परिजन दौड़े हुए अस्पताल पहुंचे। पहले तो परिजनों को देखने नहीं दिया गया, लेकिन जब उन्हें शव सौंपी गई तो पाया गया कि कैदी युवक की सांसें चल रही है।
फिर क्या था। इसके बाद सदर अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने बढ़ते बवाल के बीच पहले मृत घोषित कैदी को आनन फानन में टीएमएच जमशेदपुर रेफर कर दिया, जहां उसको भर्ती कराया गया। जहां उस कैदी को मृत घोषित कर दिया गया।
बता दें कि विगत 6 जून को सरायकेला के धातकीडीह गांव में बाइक चोरी करते हुए खरसावां के कदमडीहा गांव निवासी सोनू उर्फ शम्स तबरेज को लोगों ने पकड़ लिया था। ग्रामीणों ने पहले उसकी जमकर पिटाई करने के बाद सरायकेला पुलिस के हवाले कर दिया गया था।
इस दौरान सरायकेला के एसडीपीओ ने उनसे कड़ी पूछताछ की थी। परिजनों का आरोप है कि सोनू की ग्रामीणों ने पहले पिटाई की थी और पुलिस को सौंपा तो पुलिस ने भी खूब पिटाई की। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था।
इधर, बुधवार को सोनू की हालत जेल में बिगड़ गयी, तब इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों का आरोप है कि उसका इलाज जेल में नहीं किया गया, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गयी।
सदर अस्पताल में शनिवार की सुबह साढ़े सात बजे परिजनों को अस्पताल से फोन किया गया कि हालत गंभीर है। जब वे लोग अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया।
इसके करीब तीन घंटे के बाद परिजनों को शव सौंपने की जब बारी आयी, तब परिजनों ने देखा कि युवक की सांस चल रही है। इसके बाद लोगों ने जमकर हंगामा शुरू किया।
इसके बाद आनन-फानन में करीब एक घंटे की देर के बाद सुबह साढ़े ग्यारह बजे सरायकेला सदर अस्पताल से इलाज के लिए टीएमएच रेफर कर दिया गया। इसके बाद लोग टीएमएच लेकर मरीज को पहुंचे।